शराब के शौकीन अक्सर व्हिस्की, रम, वोदका, वाइन और बीयर के स्वाद और इनकी खासियतों से अच्छी तरह परिचित होते हैं. हालांकि, कुछ लोग जो कभी-कभार शराब का सेवन करते हैं, उन्हें इन विभिन्न प्रकारों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती और तो और, कई लोग ऐसे होते हैं जो शराब नहीं पीते, लेकिन इनकी विशेषताओं और असर के बारे में जानने की जिज्ञासा रखते हैं.
शराब के विभिन्न प्रकार केवल उनके स्वाद और रंग में ही भिन्न नहीं होते, बल्कि इनकी बनाने की प्रक्रिया और उनमें मौजूद अल्कोहल की मात्रा भी अलग-अलग होती है. यही कारण है कि इनका असर भी विभिन्न तरीकों से हो सकता है. आइए जानते हैं, व्हिस्की, रम, वोदका, वाइन और बीयर के बीच क्या अंतर है और ये किस तरह से हमारे शरीर पर असर डालती हैं.
व्हिस्की: एक क्लासिक पसंद
व्हिस्की दुनिया भर में सबसे ज्यादा पिय जाने वाली शराब है. इसे गेहूं और जौ जैसे अनाज से तैयार किया जाता है, और इसमें अल्कोहल की मात्रा 30% से 65% तक हो सकती है, हालांकि आमतौर पर 40% अल्कोहल होता है. व्हिस्की को बनाने की प्रक्रिया भी खास होती है, इसमें जौ या गेहूं के अंकुरण से मिलने वाले माल्ट को फर्मेंट और फिर डिस्टिलेट किया जाता है. यूरोप में व्हिस्की का सबसे ज्यादा उत्पादन होता है, और इसके विभिन्न प्रकार जैसे स्कॉच, बर्बन, सिंगल माल्ट, और जापानी व्हिस्की खासे लोकप्रिय हैं.
रम: सर्दी में गर्माहट का एहसास
रम की खासियत यह है कि इसमें अल्कोहल की मात्रा भी काफी ज्यादा होती है, आमतौर पर 40% से अधिक. इसकी खास बात यह है कि यह सर्दी में शरीर को गर्माहट देने के लिए आदर्श मानी जाती है. रम को गन्ने के रस से बनाया जाता है, जिसे फर्मेंट और फिर डिस्टिलेट किया जाता है. कुछ प्रकार की रम को जले हुए ओक बैरल में रखा जाता है, जिससे इसके रंग और स्वाद में गहराई आ जाती है. रम के रंग और स्वाद को बढ़ाने के लिए कभी-कभी गुड़, जली हुई चीनी, या कारमेल मिलाया जाता है.
वोदका: असरदार और ताजगी से भरी
वोदका एक ऐसी शराब है जिसका असर तेज़ होता है और यह लंबे समय तक महसूस होता है. यह विशेष रूप से रूस और पोलैंड से जुड़ी है, जहां इसका भारी उत्पादन होता है. वोदका को मुख्य रूप से आलू, चुकंदर के गुड़ या अनाज (जैसे गेहूं, राई) से बनाया जाता है. इसमें आमतौर पर 35% से 50% तक अल्कोहल होता है, लेकिन कुछ प्रकार की वोदका में यह 60% तक हो सकता है. गेहूं से बनी वोदका को इसके हल्के स्वाद और चिकनाई के लिए पसंद किया जाता है.
वाइन: हल्का और सुखद स्वाद
वाइन की बात करें तो यह मुख्य रूप से दो प्रकारों में आती है: रेड वाइन और व्हाइट वाइन. इसके अलावा गुलाबी वाइन या रोज़ वाइन भी होती है, जो हल्के रंग की होती है. वाइन में अल्कोहल की मात्रा आमतौर पर कम होती है, 9% से 18% तक. इसे मुख्य रूप से अंगूर से बनाया जाता है, हालांकि कुछ अन्य फलों से भी वाइन बनाई जा सकती है. रेड वाइन का रंग और टैनिन अंगूर के छिलकों से फर्मेंटेशन के दौरान मिलते हैं, जबकि व्हाइट वाइन के लिए अंगूर का रस छिलकों से अलग किया जाता है, जिससे इसका रंग हल्का या रंगहीन होता है.
बीयर: हल्की और ताजगी से भरी
बीयर की सबसे खास बात यह है कि यह आमतौर पर कम अल्कोहल वाली होती है, 4% से 6% तक. इसे जौ, चावल और मक्का से बनाया जाता है, और इसमें हॉप्स और यीस्ट का उपयोग किया जाता है. बीयर का स्वाद हल्का और ताजगी से भरा होता है, लेकिन विशेष प्रकार की बीयर, जैसे कि डार्क बीयर, में अल्कोहल की मात्रा 10% से ज्यादा हो सकती है. बीयर का सेवन ताजगी के लिए किया जाता है और यह खासतौर पर गर्मियों में बहुत पसंद की जाती है. हालांकि, अधिक मात्रा में पीने पर इसका असर भी तेजी से महसूस होता है.
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