ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने किन-किन हथियारों का किया था इस्तेमाल? राजनाथ सिंह ने लोकसभा में बताया

    Rajnath Singh On Operation Sindoor: "जो आंख उठाएगा भारत की ओर, वो आंख सदा के लिए बंद कर दी जाएगी!" सोमवार को लोकसभा में जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर पर बोलना शुरू किया, तो हर शब्द में देश की संप्रभुता, सेना के शौर्य और आतंकवाद के खिलाफ भारत के अडिग इरादों की गूंज सुनाई दी.

    Which weapons did the Indian Army use in Operation Sindoor Says Rajnath Singh
    प्रतिकात्मक तस्वीर/Photo- FreePik

    Rajnath Singh On Operation Sindoor: "जो आंख उठाएगा भारत की ओर, वो आंख सदा के लिए बंद कर दी जाएगी!" सोमवार को लोकसभा में जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर पर बोलना शुरू किया, तो हर शब्द में देश की संप्रभुता, सेना के शौर्य और आतंकवाद के खिलाफ भारत के अडिग इरादों की गूंज सुनाई दी.

    रक्षा मंत्री ने सबसे पहले शहीद सैनिकों को नमन किया और पूरे देश की ओर से सेना को कृतज्ञता प्रकट की. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि ये भारत के आत्मसम्मान और आंतरिक सुरक्षा के लिए खींची गई एक स्पष्ट रेखा थी, जिसे कोई पार नहीं कर सकता.

    क्या है ऑपरेशन सिंदूर?

    यह एक ऐतिहासिक और निर्णायक सैन्य कार्रवाई थी, जिसे भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 7-8 मई 2025 को अंजाम दिया. इसका उद्देश्य था, सीमापार छिपे आतंकियों और उनके संरक्षकों को सटीकता से समाप्त करना.

    पाकिस्तान की कायराना हरकतों का मुंहतोड़ जवाब

    भारत ने पहले प्रेसिशन गाइडेड मिसाइलों से सिर्फ चुनिंदा टारगेट्स, एयर डिफेंस सिस्टम और सेंसर नेटवर्क को निशाना बनाया, ताकि आम नागरिकों को कोई नुकसान न हो. इसके जवाब में पाकिस्तान ने 7 से 10 मई तक भारतीय सैन्य ठिकानों पर ड्रोन, रॉकेट और लंबी दूरी के हथियारों से हमला करने की कोशिश की.

    भारतीय सुरक्षा कवच बना ‘अजेय दीवार’

    रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में गर्व से बताया कि भारत की आधुनिक सुरक्षा प्रणाली, जैसे की S-400 ट्रायंफ मिसाइल सिस्टम, आकाश एयर डिफेंस सिस्टम, MR-SAM और इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस ग्रिड ने पाकिस्तान के हर हमले को नाकाम कर दिया. दुश्मन का एक भी मिसाइल, ड्रोन या रॉकेट अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाया.

    तीनों सेनाओं की तालमेल से बनी जीत की गाथा

    ऑपरेशन सिंदूर ने दिखा दिया कि जब थल, वायु और नौसेना एक साथ कदम मिलाकर चलें, तो दुश्मन का हौसला पस्त होना तय है. भारतीय वायुसेना ने जहां आसमान से कहर बरपाया, वहीं ज़मीन पर थलसेना ने LOC पर हर मोर्चे को फौलादी इरादों से संभाले रखा.

    आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ का स्पष्ट संदेश

    रक्षा मंत्री ने साफ कहा कि भारत अब किसी उकसावे का इंतजार नहीं करता. जो जहां छिपेगा, भारत वहीं जाकर उसे खत्म करेगा. भारत की सैन्य कार्रवाई पूरी तरह से आत्मरक्षा में थी, लेकिन उसका प्रभाव निर्णायक और संदेश सीधा था, "भारत को छेड़ने की कोशिश करने वालों का अंत तय है."

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