ट्रैफिक पुलिस ने रोका, नियम तोड़ने पर हुई तू-तू मैं-मैं, गुस्साए शख्स ने खोल दिया मधुमक्खियों का छत्ता... फिर जो हुआ

    स्पेन के कातालोनिया प्रांत के छोटे शहर सेर्वेरा में एक ऐसा ही दिलचस्प और अजीबो-गरीब मामला सामने आया. यहां एक मधुमक्खी पालने वाला (बीकीपर) ट्रैफिक पुलिस के सामने अपनी हरकतों से ऐसा भड़क गया कि उसने अपनी वैन से सैकड़ों मधुमक्खियों का छत्ता खोल दिया.

    When the traffic police stopped him, the man opened the beehive
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    जब चालान भरने से बचने की खातिर कोई शख्स पुलिस पर मधुमक्खियों का झुंड छोड़ दे, तो उसकी कहानी जरूर चर्चा में आनी चाहिए. स्पेन के कातालोनिया प्रांत के छोटे शहर सेर्वेरा में एक ऐसा ही दिलचस्प और अजीबो-गरीब मामला सामने आया. यहां एक मधुमक्खी पालने वाला (बीकीपर) ट्रैफिक पुलिस के सामने अपनी हरकतों से ऐसा भड़क गया कि उसने अपनी वैन से सैकड़ों मधुमक्खियों का छत्ता खोल दिया, जिससे पुलिसकर्मी घबराकर पास के रेस्टोरेंट में शरण लेने को मजबूर हो गए.

    नियम तोड़े, पुलिस ने रोका तो भड़का चालक

    .यह घटना स्पेन के कातालोनिया प्रांत के छोटे से शहर सेर्वेरा में N-II सड़क पर हुई, जहां स्थानीय पुलिस ने देखा कि एक वैन का ड्राइवर बिना सीटबेल्ट के गाड़ी चला रहा था और ड्राइविंग भी संदिग्ध थी. पुलिस ने गाड़ी रोकी और ड्राइवर से सांस का अल्कोहल टेस्ट करवाया. जांच में पाया गया कि उसके खून में 0.38 मिलीग्राम प्रति लीटर शराब थी. जब पुलिस ने टेस्ट दोबारा करवाने को कहा, तो चालक गुस्से में आ गया और पुलिस पर जान से मारने की धमकी देने लगा.

    पुलिस पर मधुमक्खियों का हमला

    चालक ने अचानक अपनी वैन का पिछला दरवाजा खोलकर मधुमक्खियों का छत्ता फाड़ दिया. हजारों मधुमक्खियां एक साथ पुलिसकर्मियों पर टूट पड़ीं. इससे पुलिस के कई सदस्य मधुमक्खियों के काटने से घायल हो गए. बचाव के लिए पुलिसकर्मी नजदीकी रेस्टोरेंट में जाकर छुप गए. इस दौरान आरोपी चालक मौके से फरार हो गया. बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

    आरोपी को मिली जमानत

    स्थानीय अखबार सेग्रे के अनुसार, आरोपी को कुछ घंटों बाद जमानत पर छोड़ दिया गया. हालांकि, उसे मधुमक्खियों के हमले के मामले में आरोपमुक्त भी कर दिया गया, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. अब सवाल ये उठता है कि आरोपी को किन शर्तों पर छोड़ा गया और क्या उस पर कोई जुर्माना लगाया गया या केवल चेतावनी दी गई.

    पुलिस और आम जनता के लिए सबक

    यह अनोखी घटना दिखाती है कि कई बार लोग ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करने के लिए पुलिस पर ही हमला कर देते हैं. जबकि पुलिस का काम नियमों को लागू करना और सुरक्षा सुनिश्चित करना है. इस मामले ने स्थानीय प्रशासन के लिए भी एक नई चुनौती खड़ी कर दी है कि कैसे ऐसे नाजुक हालात में सुरक्षा व्यवस्था और नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाए.

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