भारत में इंटरनेट कनेक्टिविटी को लेकर एक नई शुरुआत होने जा रही है. एलन मस्क की कंपनी Starlink को भारत सरकार से GMPCS (Global Mobile Personal Communication by Satellite) लाइसेंस मिल चुका है, जिससे देश में सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं देने का रास्ता अब आधिकारिक रूप से खुल गया है. हालांकि यह खबर इंटरनेट यूजर्स को रोमांचित कर रही है, लेकिन इससे जुड़ी वास्तविकताएं कुछ अलग हैं. लोग मान रहे हैं कि महज ₹810 प्रति महीने के प्लान से उन्हें हाई-स्पीड इंटरनेट मिलने लगेगा, लेकिन हकीकत इससे काफी अलग और खर्चीली है.
सिर्फ प्लान से नहीं चलेगा काम
Starlink का इंटरनेट कोई पारंपरिक Wi-Fi सेवा नहीं है जिसे केवल एक राउटर लगाकर शुरू किया जा सके. इसके लिए एक स्पेशल हार्डवेयर किट की जरूरत होती है जो सैटेलाइट से इंटरनेट सिग्नल रिसीव करती है और उन्हें आपके डिवाइसेज़ तक पहुंचाती है.
इस Starlink किट में निम्नलिखित चीजें होती हैं
Starlink डिश: जिसे किसी खुले स्थान या छत पर लगाया जाता है. Wi-Fi राउटर: जो सैटेलाइट से मिले सिग्नल को आपके मोबाइल, लैपटॉप आदि तक पहुंचाता है. पावर केबल: जो पूरे सेटअप को बिजली से जोड़ती है. माउंटिंग ट्रायपॉड: डिश को स्टेबल रखने के लिए स्टैंड की तरह काम करता है. यह पूरा सिस्टम दिखने में कुछ-कुछ DTH सेटअप जैसा लगता है, लेकिन यह टेलीविजन नहीं, बल्कि इंटरनेट सेवा प्रदान करता है.
₹810 वाले प्लान का सच
कुछ रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि Starlink भारत में ₹810 प्रति महीने का इंटरनेट प्लान लॉन्च कर सकती है. यह कीमत सुनने में काफी सस्ती लगती है, लेकिन केवल यह प्लान एक्टिवेट करने से इंटरनेट नहीं मिलने वाला. इससे पहले आपको Starlink की किट खरीदनी पड़ेगी और यह सबसे बड़ा खर्च है.
Starlink किट की संभावित कीमत
भारत में अभी तक इस किट की आधिकारिक कीमत सामने नहीं आई है, लेकिन अमेरिका और केन्या जैसे देशों में इसकी कीमत ₹30,000 से ₹36,000 तक जाती है. यानी भारत में सेवा शुरू करने के लिए आपको शुरुआती निवेश के तौर पर लगभग ₹30,000 खर्च करने होंगे. यह कीमत उन लोगों के लिए बड़ी हो सकती है जो बजट में सीमित इंटरनेट सुविधा चाहते हैं.
कहां होगा Starlink सबसे उपयोगी?
Starlink जैसी सैटेलाइट इंटरनेट सेवा उन इलाकों के लिए फायदेमंद हो सकती है, जहां अभी तक फाइबर या ब्रॉडबैंड नेटवर्क नहीं पहुंच पाया है — जैसे पहाड़ी क्षेत्र, दूर-दराज के गांव या जंगलों से सटे इलाके. इन जगहों पर Starlink एक गेम चेंजर बन सकता है, लेकिन जो लोग शहरों में हैं और पहले से ही फाइबर या 5G से जुड़े हैं, उनके लिए इसकी कीमत थोड़ी भारी पड़ सकती है.
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