Weather Havoc: बिहार-यूपी में कई इलाके बाढ़ से जलमग्न, पहाड़ों में दिख रहा तबाही का मंजर

    Weather Havoc: उत्तर भारत के कई राज्य इन दिनों मूसलाधार बारिश और उससे पैदा हुई आपदाओं से जूझ रहे हैं. कहीं नदियां उफान पर हैं, तो कहीं पहाड़ों से गिरते बोल्डर और भूस्खलन लोगों की जान के लिए खतरा बने हुए हैं.

    Weather Havoc Many areas in Bihar-UP submerged due to floods devastation on mountains
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    Weather Havoc: उत्तर भारत के कई राज्य इन दिनों मूसलाधार बारिश और उससे पैदा हुई आपदाओं से जूझ रहे हैं. कहीं नदियां उफान पर हैं, तो कहीं पहाड़ों से गिरते बोल्डर और भूस्खलन लोगों की जान के लिए खतरा बने हुए हैं. हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्यों से लेकर उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे मैदानी इलाकों तक, बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है.

    उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में मलबे में दबे लोगों की तलाश अब भी जारी है. वहीं, बिहार में बाढ़ का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है और अब तक 17 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं. उधर उत्तर प्रदेश में प्रयागराज, वाराणसी, बलिया और कई अन्य जिलों में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.

    17 लाख लोग बाढ़ की चपेट में

    बिहार के 10 जिलों में बाढ़ का कहर जारी है. गंगा, कोसी, बागमती, बूढ़ी गंडक और घाघरा सहित अधिकांश नदियां खतरे के निशान को पार कर चुकी हैं. पटना, भागलपुर, खगड़िया, बेगूसराय जैसे जिलों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
    राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की कुल 32 टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हैं. हजारों लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं.

    घाट डूबे, निचले इलाके जलमग्न

    प्रयागराज और वाराणसी में गंगा और यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. सभी प्रमुख घाट पानी में डूब चुके हैं. गोरखपुर, बलिया, बहराइच और सीतापुर जैसे जिलों में बाढ़ से हालात बेहद गंभीर हैं. मौसम विभाग ने 15 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट और 29 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है. 57 जिलों में आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है.

     धराली में राहत पहुंचाने की कोशिशें

    उत्तरकाशी के धराली गांव में आए भूस्खलन के बाद राहत कार्यों में कई स्वयंसेवी संस्थाएं भी आगे आई हैं. खालसा एड इंडिया के सदस्य खराब रास्तों और लगातार बारिश के बावजूद पटियाला से उत्तरकाशी पहुंचे और 200 से अधिक हाइजीन किट प्रशासन को सौंपी. इन किट्स में महिलाओं और बच्चों के लिए जरूरी वस्तुएं शामिल थीं. हालांकि, टीम को लंगर सेवा शुरू करने की अनुमति नहीं मिल सकी, लेकिन उन्होंने दोबारा लौटकर सेवा का संकल्प लिया है.

    पहाड़ से बरस रही आफत

    हिमाचल के चंबा जिले में मंगलवार को एक चलती बस पर भारी पत्थर गिरने से तीन यात्री घायल हो गए. इसके अलावा, पठानकोट-चंबा हाईवे के धंसने से कई श्रद्धालु फंसे रहे. उधर, ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर बोल्डर गिरने से एक महिला की मौत हो गई और चार लोग घायल हो गए. मौसम विभाग की चेतावनी के बाद बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब यात्रा 14 अगस्त तक रोक दी गई है.

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