US giving deadly JASSN to Ukraine: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध अब भी समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है. रूस ने यूक्रेन के कई गांवों पर कब्जा करना शुरू कर दिया है, और वहीं दूसरी तरफ, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन को और अधिक घातक सैन्य उपकरण मुहैया कराए हैं. पहले उन्होंने यूक्रेन को रूस के हवाई हमलों से बचने के लिए उन्नत एयर डिफेंस सिस्टम दिया, और अब वह यूक्रेन को लंबी दूरी वाली मिसाइलें देने पर विचार कर रहे हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका यूक्रेन को JASSM नामक घातक क्रूज मिसाइल देने पर विचार कर रहा है. अगर यह सौदा होता है, तो यह यूक्रेन के लिए रूस के खिलाफ एक नया हथियार साबित हो सकता है. JASSM मिसाइल के जरिए यूक्रेन रूस की हवाई शक्ति को चुनौती दे सकता है और इसकी क्षमता युद्ध के समीकरण को पूरी तरह से बदल सकती है.
AGM-158 JASSM: रूस तक पहुंचने वाली मिसाइल
JASSM मिसाइल, जिसे AGM-158 के नाम से जाना जाता है, अपनी रेंज और तकनीकी क्षमता के कारण विशेष रूप से खतरनाक मानी जाती है. इस मिसाइल की रेंज कम से कम 500 किलोमीटर है, और इसके उन्नत संस्करण, JASSM-ER की रेंज 900 किलोमीटर से अधिक हो सकती है. इसका मतलब है कि यह मिसाइल यूक्रेन की सीमा से दागी जाए तो रूस के दिल यानी मॉस्को तक पहुंचकर तबाही मचा सकती है.
JASSM मिसाइल में 450 किलोग्राम का शक्तिशाली वारहेड होता है, जो रूस की S-300 हवाई रक्षा प्रणालियों को पार करने में सक्षम है. यह मिसाइल कम ऊंचाई पर उड़ती है, जिससे यह दुश्मन के रडार से बचकर अपने लक्ष्य तक पहुंचती है. इसके GPS और इन्फ्रारेड गाइडेंस सिस्टम की वजह से यह मिसाइल सटीकता और प्रभावशीलता में भी अद्वितीय है.
क्या इस मिसाइल से युद्ध के परिणाम बदल सकते हैं?
यदि यूक्रेन को यह मिसाइल मिलती है, तो वह रूस के 30 प्रमुख हवाई अड्डों को निशाना बना सकता है. F-16 जैसे लड़ाकू विमानों से दागी जाने वाली JASSM मिसाइल रूस के हवाई क्षेत्र में घुसकर सीधे उसके रणनीतिक ठिकानों पर हमला कर सकती है, जिससे रूस की हवाई शक्ति कमजोर पड़ सकती है. यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने पहले जर्मनी से 310 किलोमीटर रेंज वाली टॉरस मिसाइल की मांग की थी, लेकिन इसे मंजूरी नहीं मिल पाई. ऐसे में, JASSM मिसाइलों का सौदा यूक्रेन को रूस के खिलाफ एक मजबूत रक्षा और आक्रमण क्षमता प्रदान कर सकता है.
डोनाल्ड ट्रंप का उद्देश्य: पुतिन पर दबाव डालना
हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप ने पत्रकारों से कहा था कि उन्होंने जेलेंस्की को मॉस्को पर हमला न करने की सलाह दी थी, लेकिन उनकी बातों पर कितना भरोसा किया जा सकता है, यह एक बड़ा सवाल है. उनका मकसद पुतिन को शांति की ओर लाने का है, और इसके लिए उन्होंने यूक्रेन को हथियार देने का फैसला किया है.
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