Kanwar Yatra 2025: उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन ने आगामी कांवड़ यात्रा 2025 को सुगम, सुरक्षित और शांतिपूर्ण बनाने के लिए अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं. इस बार कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस विभाग ने कई अहम कदम उठाए हैं ताकि लाखों शिव भक्तों की आस्था पूरी तरह से सम्मानित हो और उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े.
डीजीपी ने जारी किए दिशा-निर्देश
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्णा ने कांवड़ यात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था और यातायात प्रबंधन को लेकर व्यापक दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इस बार कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा को लेकर कई अभूतपूर्व कदम उठाए गए हैं. यात्रा मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन, जल सेवा केंद्र, चिकित्सा शिविर और पुलिस सहायता केंद्र जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं ताकि किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े.
सीसीटीवी, ड्रोन और मेडिकल सुविधाएं
उत्तर प्रदेश पुलिस ने कांवड़ यात्रा के मार्गों पर 29,454 सीसीटीवी कैमरे और 395 ड्रोन तैनात किए हैं ताकि यात्रा की रियल-टाइम निगरानी की जा सके. इसके अलावा, यात्रा के मार्गों पर 1,845 जल सेवा केंद्र, 829 चिकित्सा शिविर और 1,222 पुलिस सहायता केंद्र/कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं. सभी कांवड़ शिविरों में सुरक्षा के लिए एंटी-सबोटाज चेकिंग और सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य किए गए हैं.
कांवड़ यात्रा की सुरक्षा में विशेष ध्यान
कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस बल की तैनाती में भी कई नए पहलू जोड़े गए हैं. यात्रा के दौरान 587 राजपत्रित अधिकारी, 2,040 निरीक्षक, 13,520 उपनिरीक्षक, 39,965 मुख्य आरक्षी/आरक्षी, और 1,486 महिला उपनिरीक्षक सहित कुल 50 कंपनियां केंद्रीय पुलिस बल/पीएसी और 1,424 होमगार्ड्स तैनात किए गए हैं. रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) और एंटी टेरर स्क्वाड जैसी टीमों की भी तैनाती की गई है ताकि यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से निपटा जा सके.
सोशल मीडिया और टेक्नोलॉजी से निगरानी
इस बार यात्रा की निगरानी में तकनीक का भी भरपूर उपयोग किया गया है. ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी कैमरे यात्रा मार्गों पर पूरी तरह से तैनात हैं. इसके साथ ही डीजीपी मुख्यालय में सोशल मीडिया सेंटर और कंट्रोल रूम का 24x7 संचालन होगा, जहां भ्रामक और गलत खबरों का तत्काल खंडन किया जाएगा. इस तकनीकी दृष्टिकोण से यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की अफवाहों को फैलने से रोका जा सकेगा.
अंतरराज्यीय समन्वय और यातायात प्रबंधन
कांवड़ यात्रा को सुचारू और सुरक्षित बनाने के लिए उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के अधिकारियों के बीच एक अंतरराज्यीय वॉट्सऐप ग्रुप भी बनाया गया है. इस ग्रुप के माध्यम से यात्रा के मार्गों, सुरक्षा व्यवस्था और यातायात की जानकारी समय-समय पर साझा की जाएगी. इसके अलावा, यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए प्रमुख चौराहों और मार्गों पर प्रकाश व्यवस्था, इलेक्ट्रॉनिक साइन बोर्ड और संकेतक चिन्ह लगाए गए हैं. रूट डायवर्जन और वैकल्पिक मार्ग की योजना को भी रिहर्सल किया जा रहा है.
महिला कांवड़ियों और अन्य इंतजाम
यात्रा के दौरान महिला कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. हर कांवड़ शिविर में महिला सुरक्षा बलों को तैनात किया जाएगा और किसी भी प्रकार के अभद्र व्यवहार की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा, कांवड़ यात्रा मार्गों पर नदी किनारे और नहरों के आसपास गोताखोरों की तैनाती की जाएगी और इन स्थानों पर खतरा चिन्ह और बैरिकेडिंग की जाएगी.
कांवड़ यात्रा के दौरान खाद्य विभाग द्वारा ढाबों और दुकानों पर खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की निगरानी की जाएगी. स्वास्थ्य विभाग की टीमें और एम्बुलेंस सेवाएं 24×7 उपलब्ध रहेंगी, ताकि किसी भी दुर्घटना या आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके.
ये भी पढ़ें: आपत्तिजनक वस्तुएं, शक्ति वर्धक दवाएं... छांगुर बाबा की कोठी से क्या-क्या बरामद हुआ? पुलिस के भी उड़ गए होश