Vaibhav Suryavanshi: कभी-कभी क्रिकेट मैदान पर ऐसी इनिंग्स खेली जाती हैं, जो सिर्फ स्कोरबोर्ड पर दर्ज होकर नहीं रह जातीं, बल्कि इतिहास की किताबों में सोने के अक्षरों से लिखी जाती हैं. अंडर-19 एशिया कप 2025 का पहला मुकाबला भी कुछ ऐसा ही रहा, जहाँ भारत के युवा ओपनर वैभव सूर्यवंशी ने बैटिंग को एक नई परिभाषा दे दी.
दुबई की पिच पर वह जिस दिन उतरे, उस दिन गेंदबाज़ों को बस एक ही बात समझ आई, ये लड़का बल्लेबाजी नहीं कर रहा, तूफ़ान लेकर आया है. 171 रन की यह पारी सिर्फ आंकड़ों की कहानी नहीं थी, यह उस युवा प्रतिभा की पहचान थी जो आने वाले दिनों में भारतीय क्रिकेट का आसमान रोशन करने वाली है.
एक पारी जिसने मैच नहीं, पूरा टूर्नामेंट हिला दिया
सिर्फ 56 गेंदों पर 171 रन… ये सुनकर क्षणभर को यही लगता है जैसे किसी वीडियो गेम का स्कोर पढ़ा जा रहा हो. लेकिन वैभव सूर्यवंशी ने इसे हकीकत में बदल दिया. यूएई के खिलाफ खेलते हुए उन्होंने चौकों और छक्कों की ऐसी बरसात की कि मैदान के दर्शक दीर्घाओं में बैठे लोग भी शॉट्स की गति पकड़ नहीं पा रहे थे.
उनके 171 रन में 14 छक्के और 9 चौके शामिल थे. यानी 120 रन तो सिर्फ बाउंड्री से आए. इतना स्ट्राइक रेट, इतनी बेधड़क बल्लेबाजी… सबको हैरान कर गई. इस पारी के साथ उन्होंने कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए और कुछ तो तोड़ते हुए नए कीर्तिमान भी स्थापित कर दिए.
शतक के बाद भगवान को धन्यवाद, कोहली की याद दिलाई
वैभव ने अपनी पारी को जिस शांत भाव से पूरा किया, वह भी चर्चा का विषय बन गया. शतक पूरा होते ही उन्होंने ऊपर आसमान की ओर हाथ जोड़ दिए, जैसे अपने सपनों की शुरुआत का श्रेय भगवान को दे रहे हों. यह नज़ारा बिल्कुल विराट कोहली जैसा था.
हाल ही में कोहली ने भी साउथ अफ्रीका के खिलाफ लगातार दो शतक जड़ने के बाद ईश्वर का धन्यवाद किया था. वैभव के चेहरे पर वही आत्मविश्वास और वही विनम्रता दिखाई दी. क्रिकेट प्रेमियों को एक पल के लिए लगा, यह नन्हा विराट और आगे क्या कमाल करने वाला है!
भारतीय टीम का अब तक का सबसे विशाल स्कोर
भारत ने इस मैच में कुल 433 रन ठोक दिए. यह यूथ वनडे इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर है. इससे पहले कोई टीम 400 का आंकड़ा भी नहीं छू पाई थी, लेकिन वैभव सूर्यवंशी और उनके साथियों ने यह कलंक मिटा दिया.
दूसरे विकेट के लिए आरोन जॉर्ज के साथ वैभव की साझेदारी 200 से ज्यादा की रही, जिसने शुरुआत से ही यूएई के गेंदबाज़ों को मैच से बाहर कर दिया. सूर्यवंशी की पारी इतनी जबरदस्त थी कि ऐसा लगा जैसे भारत ने सिर्फ रन नहीं बनाए, बल्कि पूरी दुनिया को एक संदेश भेजा, अगली पीढ़ी तैयार है.
एक वर्ल्ड रिकॉर्ड, जिसने 17 साल का इतिहास बदल दिया
इस अविश्वसनीय पारी के साथ वैभव सूर्यवंशी ने एक और बड़ा कमाल किया. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के माइकल हिल का 2008 का रिकॉर्ड तोड़ दिया, जिसमें हिल ने 12 छक्के लगाए थे. वैभव ने 14 छक्के जड़कर नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित कर दिया. 17 साल पुराना यह रिकॉर्ड टूटने की उम्मीद शायद किसी ने नहीं की थी, पर वैभव ने ऐसा कर दिखाया.
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