मध्य गाजा में शनिवार को इजरायली सेना ने हवाई हमला कर इस्लामिक जिहाद के एक सदस्य को निशाना बनाया. इजरायल का दावा है कि यह कार्रवाई एक संभावित हमले को रोकने के लिए की गई, जो उसकी सेना पर किया जाना था. यह हमला उस वक्त हुआ जब गाजा में युद्धविराम लागू है. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गाजा के बीचोंबीच एक कार पर ड्रोन से हमला किया गया, जिससे वाहन में आग लग गई और घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई.
इजरायल ने अपने बयान में कहा कि “यह ऑपरेशन सुरक्षा कारणों से आवश्यक था,” क्योंकि जिस व्यक्ति को निशाना बनाया गया, वह इजरायली सैनिकों पर हमले की योजना में शामिल था. हालांकि यह हमला युद्धविराम समझौते के बावजूद किया गया, जिससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है.
ट्रंप ने हमास को दी सख्त चेतावनी
इसी बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को खुले तौर पर चेतावनी दी है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा कि मध्य पूर्व इस समय एक मजबूत शांति का अनुभव कर रहा है, जो स्थायी बन सकती है, लेकिन इसके लिए हमास को अपनी जिम्मेदारियां निभानी होंगी. ट्रंप ने कहा कि यदि 7 अक्टूबर के हमले में मारे गए बंधकों के शव, जिनमें दो अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं, 48 घंटे के भीतर नहीं लौटाए गए, तो “शांति प्रक्रिया खतरे में पड़ जाएगी” और अन्य देश हमास के खिलाफ कदम उठाएंगे.
मिस्र की टीम गाजा में सक्रिय
ट्रंप की इस सख्त टिप्पणी के बाद मिस्र भी सक्रिय हो गया है. मिस्र ने एक तकनीकी टीम गाजा भेजी है, जो मारे गए 13 बंधकों के शवों का पता लगाने में मदद कर रही है. इस अभियान को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की मंजूरी मिली है. इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि, “यह टीम सिर्फ शवों की पहचान और स्थान खोजने के उद्देश्य से गई है.” रिपोर्ट्स के अनुसार, यह मिशन इजरायल और हमास—दोनों पक्षों से मिली जानकारी के आधार पर चलाया जा रहा है.
हमास पर जानबूझकर शव न लौटाने का आरोप
इजरायली चैनल 12 की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल का मानना है कि हमास के पास कम से कम 10 और शव मौजूद हैं, जिन्हें वह जानबूझकर नहीं लौटा रहा है. यह 9 अक्टूबर के युद्धविराम समझौते का सीधा उल्लंघन माना जा रहा है. इजरायली सूत्रों के अनुसार, कुछ शवों की लोकेशन की जानकारी बंधकों के परिवारों को दे दी गई है, जबकि मध्यस्थ देशों के दबाव में अब हमास दो और शव लौटाने पर विचार कर रहा है.
हालात पर वैश्विक नजर
गाजा में जारी तनाव ने एक बार फिर मध्य पूर्व की शांति प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं. जहां एक ओर मिस्र और अन्य देश स्थिति को नियंत्रित करने में जुटे हैं, वहीं इजरायल और हमास के बीच भरोसे की दीवार फिर से खड़ी होती दिख रही है. इस पूरे घटनाक्रम ने संकेत दे दिया है कि गाजा में वास्तविक शांति अब भी दूर है और आने वाले 48 घंटे तय करेंगे कि यह क्षेत्र स्थिरता की ओर बढ़ेगा या फिर एक और संघर्ष की ओर.
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