वॉशिंगटन/कीव: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के साथ हुई बातचीत के बाद इशारा दिया है कि अमेरिका यूक्रेन को फिर से पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम की आपूर्ति पर विचार कर सकता है. यह बयान ऐसे समय आया है जब रूस द्वारा कीव पर एक नया और बड़ा ड्रोन हमला किया गया है.
40 मिनट की इस बातचीत में दोनों नेताओं ने यूक्रेन की सुरक्षा स्थिति, संयुक्त रक्षा सहयोग, और स्काई डिफेंस क्षमता को मजबूत करने के उपायों पर चर्चा की. ट्रंप ने साफ शब्दों में कहा, “पैट्रियट एक बेहतरीन प्रणाली है… यूक्रेन को इसकी आवश्यकता है, क्योंकि उन पर निरंतर हमले हो रहे हैं.”
क्या है पैट्रियट मिसाइल सिस्टम?
पैट्रियट (PATRIOT: Phased Array Tracking Radar to Intercept of Target) अमेरिका की सबसे आधुनिक और प्रभावी एयर डिफेंस प्रणाली है. इसका निर्माण अमेरिकी रक्षा कंपनी रेथियॉन टेक्नोलॉजीज़ द्वारा किया गया है. यह सिस्टम:
यह प्रणाली दुश्मन के ड्रोन, क्रूज मिसाइल, फाइटर जेट या अन्य हवाई खतरों के खिलाफ एक ‘एयर शील्ड’ के रूप में काम करती है. यूक्रेन इसे रूसी हवाई हमलों से नागरिक आबादी और इन्फ्रास्ट्रक्चर की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण मानता है.
यूक्रेन की अपील और अमेरिका की प्रतिक्रिया
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ट्रंप से आग्रह किया कि अमेरिका यूक्रेन की वायु सुरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में और सहायता करे. उन्होंने कहा, “हमारे शहरों और नागरिकों की रक्षा के लिए आधुनिक डिफेंस सिस्टम जरूरी हैं.” इस पर ट्रंप ने सकारात्मक संकेत देते हुए कहा कि अमेरिका इस दिशा में कदम उठाने को तैयार है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका और यूक्रेन के बीच पैट्रियट प्रणाली को लेकर सहयोग की संभावनाएं अब फिर से खुल गई हैं.
रूस-यूक्रेन युद्ध की वर्तमान स्थिति
बातचीत के कुछ ही घंटों बाद रूस ने कीव पर एक बड़ा ड्रोन हमला किया, जिसे राष्ट्रपति जेलेंस्की ने 'क्रूर और सुनियोजित' बताया. यह हमला एक बार फिर यह दर्शाता है कि यूक्रेन की वायु सुरक्षा कितनी महत्वपूर्ण बन गई है.
डोनाल्ड ट्रंप ने भी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लेकर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा, "उन्होंने (पुतिन ने) लड़ाई रोकने की कोई इच्छा नहीं जताई. वो सिर्फ नुकसान पहुंचा रहे हैं, यह स्वीकार्य नहीं है."
यूरोपीय सहयोग की संभावना
अमेरिका के अलावा जर्मनी भी यूक्रेन को पैट्रियट सिस्टम उपलब्ध कराने को लेकर विचार कर रहा है. जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ और ट्रंप के बीच हालिया बातचीत में इस मुद्दे पर चर्चा हुई, हालांकि फिलहाल किसी ठोस निर्णय की घोषणा नहीं हुई है.
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