वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यूक्रेन युद्ध को लेकर हुई टेलीफोन बातचीत पर गहरी निराशा जताई है. ट्रंप के अनुसार, पुतिन युद्धविराम के लिए कोई सकारात्मक संकेत नहीं दे रहे हैं और हिंसा को जारी रखने का ही रुख अपनाए हुए हैं.
ट्रंप ने कहा, "स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण है. मैंने राष्ट्रपति पुतिन से सीधे बात की, लेकिन उन्होंने युद्ध रोकने की मंशा नहीं दिखाई. उनका रुख यह दर्शाता है कि वे अभी भी संघर्ष के रास्ते पर आगे बढ़ना चाहते हैं, और यह स्वीकार्य नहीं है."
अमेरिका के रूख में सख्ती के संकेत
ट्रंप प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि रूस के खिलाफ कड़े आर्थिक और रणनीतिक प्रतिबंधों पर अब पुनर्विचार किया जा सकता है. पिछले छह महीनों से इन प्रतिबंधों को टालकर कूटनीतिक समाधान की संभावनाएं तलाशी जा रही थीं.
राष्ट्रपति ट्रंप ने पत्रकारों से कहा, "हमने पुतिन को संवाद के लिए पर्याप्त अवसर दिए हैं. अब वक्त आ सकता है जब हमें और कठोर कदम उठाने की जरूरत पड़े."
ज़ेलेंस्की से चर्चा: सुरक्षा पर सहमति
ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की के साथ भी बातचीत की. यह चर्चा ऐसे समय हुई जब यूक्रेन पर रूस द्वारा किए गए सबसे बड़े हवाई हमलों के बाद देश की सुरक्षा स्थिति और भी गंभीर हो गई है.
ज़ेलेंस्की के अनुसार, अमेरिका और यूक्रेन ने इस बातचीत में हवाई सुरक्षा को और मजबूत करने पर सहमति बनाई है, खासकर ऐसे समय जब रूस ने कीव समेत कई शहरों पर ड्रोन और मिसाइल हमलों की बौछार की है.
जर्मनी के साथ समन्वय
अमेरिकी राष्ट्रपति ने बताया कि उन्होंने जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ से भी बात की है. चर्चा का केंद्र यूक्रेन को पैट्रियट इंटरसेप्टर मिसाइल सिस्टम उपलब्ध कराने को लेकर रहा. ट्रंप ने बताया कि मर्ज़ इस दिशा में सकारात्मक हैं, हालांकि अंतिम निर्णय अभी लंबित है.
रूसी हमलों में तेज़ी
पुतिन से ट्रंप की बातचीत के ठीक बाद, रूस ने यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया. यूक्रेनी अधिकारियों के मुताबिक, 11 घंटे लंबे इस हमले में रूस ने 550 ड्रोन और मिसाइलें दागीं, जिनमें से 478 को इंटरसेप्ट कर गिरा दिया गया.
कीव को इस हमले में मुख्य निशाना बनाया गया और यह रूस की सैन्य रणनीति में एक स्पष्ट रूप से आक्रामक रुख को दर्शाता है.
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