जिसने साथ दिया ट्रंप ने उसे ही दे दिया धोखा! नेतन्याहू के सपोर्ट करने के बाद भी... गाजा पर दिया बड़ा बयान

    इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में अपने अमेरिकी दौरे के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया था. लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि यह फैसला इजरायल के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है.

    Trump remarks on gaza attack pm netanyahu supported him for nobel prize
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    इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में अपने अमेरिकी दौरे के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया था. लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि यह फैसला इजरायल के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने गाजा पर इजरायल के सैन्य अभियान को लेकर एक नया और अप्रत्याशित बयान दिया है, जिसने दोनों देशों के बीच के राजनीतिक माहौल को और जटिल बना दिया है.

    अमेरिकी मीडिया से बातचीत के दौरान ट्रंप ने माना कि इजरायल युद्ध में अपनी ताकत दिखा सकता है, लेकिन जनसंपर्क की लड़ाई में फिलहाल वह पीछे है. यह पहली बार है जब ट्रंप ने इतने स्पष्ट शब्दों में इजरायल के युद्ध अभियान की आलोचना की है. पिछली बार चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने कई बार गाजा पर इजरायल के हमलों का समर्थन किया था, लेकिन अब उनका नजरिया थोड़ा बदलता हुआ दिख रहा है.

    इजरायल की योजना को समर्थन, लेकिन जल्द युद्ध खत्म करने पर ज़ोर

    ट्रंप ने यह भी कहा कि इजरायल को यह युद्ध जल्दी खत्म करना चाहिए क्योंकि यह स्थिति उसे नुकसान पहुंचा रही है. इसके साथ ही उन्होंने गाजा पर नियंत्रण पाने की इजरायली योजना का समर्थन करते हुए कहा कि यरुशलम को हमास को पूरी तरह खत्म करना होगा. उनका मानना है कि हमास बचे हुए बंधकों को तभी रिहा करेगा जब उसका संगठन पूरी तरह नष्ट हो जाएगा.

    इजरायल का शरणार्थी शिविरों पर कब्जा अभियान भी होगा तेज

    इजरायल की सैन्य ताकत (IDF) के अनुसार, गाजा में चल रहे अभियान को पूरा करने में करीब चार से पांच महीने लग सकते हैं. इस बीच, प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने मध्य पट्टी में स्थित शरणार्थी शिविरों पर कब्जा करने के लिए नया अभियान चलाने की बात कही है, जो इजरायल के बढ़ते आक्रामक रुख को दर्शाता है.

    अमेरिका में घट रहा इजरायल का समर्थन, ट्रंप भी चिंतित

    जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या अमेरिका में, खासकर रिपब्लिकन पार्टी में, इजरायल के प्रति समर्थन घटने को लेकर वह चिंतित हैं, तो उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा, "मुझे इसकी जानकारी है." उनका मानना है कि समय के साथ इजरायल की स्थिति कमजोर हुई है, खासकर अमेरिकी कांग्रेस में.

    ट्रंप ने कांग्रेस में इजरायल की लॉबी को लेकर जताई निराशा

    ट्रंप ने यह भी बताया कि लगभग 15-20 साल पहले इजरायल की लॉबी अमेरिकी कांग्रेस में सबसे मजबूत थी. उस दौर में कोई भी राजनेता इजरायल के खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं करता था. लेकिन अब वह दौर खत्म हो चुका है. "इजरायल की लॉबी ने जो प्रभाव बनाया था, वह अब खत्म हो गया है. कांग्रेस में इसका समर्थन कमजोर हुआ है और यह इजरायल के लिए चिंता का विषय है."

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