ऑनलाइन ट्रांजैक्शन का झांसा देकर ज्वेलरी शॉप में लाखों की धोखाधड़ी, अलवर में महिला ने फिल्मी स्टाइल में रची साजिश

    एक चौंकाने वाला मामला अलवर के शिवाजी पार्क थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहां एक महिला ने फर्जी NEFT रिसिप्ट का इस्तेमाल कर एक ज्वेलरी शॉप संचालक से ₹1.54 लाख की ठगी कर डाली. शातिर महिला ने पूरे घटनाक्रम को इतना सहज और पारिवारिक अंदाज में अंजाम दिया कि कोई भी धोखा खा सकता है.

    transaction receipt edited and 1 54-lakhs defrauded a jewellery shop owner
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    Alwar News: डिजिटल पेमेंट के इस दौर में जहां लेन-देन आसान हुआ है, वहीं ठग भी नए-नए तरीके से लोगों को चूना लगाने में पीछे नहीं हैं. ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला अलवर के शिवाजी पार्क थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहां एक महिला ने फर्जी NEFT रिसिप्ट का इस्तेमाल कर एक ज्वेलरी शॉप संचालक से ₹1.54 लाख की ठगी कर डाली. शातिर महिला ने पूरे घटनाक्रम को इतना सहज और पारिवारिक अंदाज में अंजाम दिया कि कोई भी धोखा खा सकता है.

    कैसे रची गई ठगी की पटकथा?

    पीड़ित सुरेन्द्र सोनी की दुकान JK Jewellers के नाम से शिवाजी पार्क मेन रोड पर है. उन्होंने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि यह घटना 20 मई की शाम करीब साढ़े चार बजे से पांच बजे के बीच की है. एक सफेद कार में बैठी महिला, जिसकी गोद में लगभग एक महीने का बच्चा था और साथ में एक किशोरी (जो खुद को ननद बता रही थी) भी थी, दुकान पर पहुंची. महिला ने जींस-टी शर्ट पहनी थी और काले रंग का चश्मा लगाया हुआ था. उसकी बातों और व्यवहार में ऐसा कुछ नहीं था जिससे संदेह हो.

    महिला ने सोने की अंगूठी दिखाने की मांग की. जब सुरेन्द्र ने बताया कि फिलहाल कोई तैयार अंगूठी उपलब्ध नहीं है, तो उसने अगूंठी खरीदने की बड़ी जरूरत बताते हुए मंगलवार को बाजार बंद होने का हवाला दिया. इस पर सुरेन्द्र ने एडवांस बुकिंग पर बनाए गए गहनों में से अंगूठियां दिखाई, जो महिला को पसंद आ गईं.

    महिला ने साथ ही मंगलसूत्र और टॉप्स भी देखे और उनका वजन करवाया. कुल वजन निकला 15.200 ग्राम और कीमत ₹1,54,500. इस दौरान महिला का ड्राइवर (जो खुद को उसका पति बता रहा था) भी अंदर आकर जल्दी चलने का दबाव बनाने लगा.

    फर्जी NEFT से ठगी

    महिला ने पैसे नकद नहीं होने की बात कहकर फर्जी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की रसीद व्हाट्सऐप पर भेज दी. दुकानदार को लगा कि ट्रांजेक्शन हो गया है और महिला गहने लेकर निकल गई. कुछ देर बाद जब खाते में पैसा नहीं आया, तो दुकानदार ने महिला को रोकने की कोशिश की, लेकिन उसने बच्चे के रोने और देरी का बहाना बनाकर वहां से निकलने में कामयाबी पा ली.

    एक रुपये का मैसेज और फिर धमकी

    दो घंटे बाद, यानी शाम 5:35 बजे, दुकानदार के खाते में सिर्फ ₹1 आने का मैसेज आया. तब सुरेन्द्र को ठगी का एहसास हुआ. जब महिला के दिए नंबर पर फोन किया गया, तो जवाब मिला कि "पैसे आ जाएंगे", लेकिन अगली बार उसने पैसे लौटाने से साफ मना कर दिया और धमकी भी दे डाली.

    पुलिस ने दर्ज किया मामला

    पूरी घटना के बाद सुरेन्द्र ने थाना जाकर शिकायत दर्ज कराई. अब पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और सीसीटीवी फुटेज व मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपियों की पहचान करने की कोशिश कर रही है.

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