साल 2025 अभी आधा भी नहीं गुज़रा है, लेकिन दुनिया भर में बेचैनी का माहौल है. इसकी वजह सिर्फ वर्तमान घटनाएं नहीं, बल्कि वो डरावनी भविष्यवाणियां हैं जो दुनिया के कुछ नामी भविष्यवक्ताओं और मनोविज्ञानियों ने की हैं. बाबा वेंगा, नास्त्रेदमस, एथोस सैलोम और निकोलस औजुला ये चार नाम अब केवल भविष्य कहने तक सीमित नहीं रह गए हैं, बल्कि इनकी भविष्यवाणियां सोशल मीडिया से लेकर न्यूज़ चैनलों तक चर्चा का विषय बन चुकी हैं.
जलवायु, युद्ध और महामारी
बाबा वेंगा की मानें तो 2025 में जलवायु परिवर्तन के कारण भयावह भूकंप और यूरोप में युद्ध जैसे हालात पैदा हो सकते हैं. उनकी भविष्यवाणी के अनुसार, ये घटनाएं "मानवता के पतन की शुरुआत" होंगी. वहीं सदियों पुराने फ्रांसीसी भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस ने Les Prophéties में न केवल युद्ध की, बल्कि एक नई और जानलेवा महामारी की वापसी की भी चेतावनी दी है.
"यह युद्ध इंसानों का ही नहीं, मशीनों का भी होगा"
ब्राज़ील के मनोवैज्ञानिक एथोस सैलोम, जिन्हें ‘जीवित नास्त्रेदमस’ कहा जाता है, का दावा है कि तीसरा विश्व युद्ध बस दस्तक देने ही वाला है. उनका कहना है कि यह पारंपरिक युद्ध नहीं, बल्कि तकनीक और साइबर हमलों का भयावह मिश्रण होगा. उन्होंने कहा, "यह केवल मनुष्यों का युद्ध नहीं है, बल्कि मशीनों का भी युद्ध है,"
विश्व में नफरत की बढ़ती आग
लंदन के सम्मोहन विशेषज्ञ निकोलस औजुला का मानना है कि इस साल के मध्य तक एक बड़ा युद्ध छिड़ सकता है. उनका कहना है कि धर्म और राष्ट्रवाद के नाम पर इंसानियत के खिलाफ जघन्य कृत्य होंगे. औजुला ने कहा कि, "दुनिया करुणा खो चुकी है और यही विनाश का कारण बनेगा."
जमीनी हालात भी दे रहे हैं संकेत
इन भविष्यवाणियों को महज कल्पना कहकर टालना अब मुश्किल होता जा रहा है. भारत-पाक तनाव, रूस-यूक्रेन युद्ध, नाटो के विस्तार और परमाणु हमले की बढ़ती धमकियों ने वैश्विक अस्थिरता को चरम पर पहुंचा दिया है. रूस ने हाल ही में ब्रिटेन को चेतावनी दी है कि अगर यूक्रेन में ‘इच्छुक गठबंधन’ बनाया गया, तो तीसरा परमाणु युद्ध टाला नहीं जा सकेगा.
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