'पहलगाम आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है...' भारत के साथ खुलकर खड़ा हुआ यह देश, देखें वीडियो

    जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समर्थन का सिलसिला तेज़ हो गया है. इथियोपिया ने भारत के पक्ष में खुलकर अपना रुख स्पष्ट किया है और इस हमले के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान को ज़िम्मेदार ठहराया है.

    This country openly stood with India Pahalgam attack
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- ANI

    नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समर्थन का सिलसिला तेज़ हो गया है. इथियोपिया ने भारत के पक्ष में खुलकर अपना रुख स्पष्ट किया है और इस हमले के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान को ज़िम्मेदार ठहराया है.

    भारत में इथियोपिया के राजदूत फेसेहा शॉवेल गेब्रे ने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक साक्षात्कार में हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि यह हमला सुनियोजित था और इसकी जड़ें पाकिस्तान में थीं. उन्होंने भारत की जवाबी कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को “संयमित, सटीक और ज़रूरी” बताया.

    धर्म के आधार पर की गई हत्याएं- राजदूत गेब्रे

    अपने बयान में गेब्रे ने कहा, "हमने इस आतंकवादी हमले की स्पष्ट निंदा की है. यह बहुत ही भयानक है कि लोग धर्म के आधार पर टारगेट किए गए. पाकिस्तान की सरज़मीं से आए आतंकियों ने भारत में निर्दोष नागरिकों की जान ली. यह न केवल मानवता के खिलाफ है बल्कि अंतरराष्ट्रीय कानून के भी खिलाफ है."

    उन्होंने स्पष्ट किया कि यह हमला किसी भी तरह के राजनीतिक या क्षेत्रीय संघर्ष से नहीं, बल्कि कट्टरपंथी सोच और आतंक की विचारधारा से प्रेरित था.

    भारत-इथियोपिया: आतंकवाद के खिलाफ साझेदारी

    राजदूत गेब्रे ने बताया कि भारत और इथियोपिया दोनों आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साझा मंच पर हैं. इथियोपिया भी पूर्वी अफ्रीका में आतंकवाद से जूझ रहा है और भारत की तरह ही गंभीर सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है.

    गेब्रे ने कहा, "हम भारत के साथ खड़े हैं. हमारे देशों को आतंकवाद से जो खतरे हैं, वे भले अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्रों से आते हों, लेकिन लड़ाई एक ही है और वह है अमानवीय हिंसा के खिलाफ इंसानियत की रक्षा."

    भारत का प्रतिनिधिमंडल इथियोपिया जाएगा

    राजदूत ने जानकारी दी कि भारत का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल मई के अंत में इथियोपिया दौरे पर जाएगा, जहां वह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पहलगाम हमले के संदर्भ में विस्तृत जानकारी साझा करेगा.

    “यह प्रतिनिधिमंडल सुरक्षा और आतंकवाद-रोधी सहयोग को लेकर संवाद करेगा. हम भारत की कार्यनीति से सीखना चाहते हैं कि कैसे जवाबी कार्रवाई करते हुए भी संयम और अंतरराष्ट्रीय कानूनों की मर्यादा रखी जा सकती है.”

    ऑपरेशन सिंदूर: भारत का जवाब

    22 अप्रैल के हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या के बाद भारत सरकार ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया. इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को पूरी तरह नष्ट कर दिया.

    इस ऑपरेशन को अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञों ने “एक स्पष्ट लेकिन नियंत्रित सैन्य प्रतिक्रिया” करार दिया है – जिसका मकसद आतंकवाद के केंद्रों को खत्म करना था, न कि क्षेत्रीय तनाव को भड़काना.

    अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान अलग-थलग?

    इथियोपिया का यह खुला समर्थन उस वैश्विक ट्रेंड का हिस्सा माना जा सकता है, जहां पाकिस्तान को आतंकवाद के मसले पर लगातार अलग-थलग किया जा रहा है. पहले भी कई अफ्रीकी और एशियाई देश भारत के आतंकरोधी रुख के समर्थन में सामने आए हैं.

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