पाकिस्तानी मंत्रियों के साथ पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड, लश्कर के कई आतंकी भी मौजूद, देखें वीडियो

    एक ओर पाकिस्तान दुनिया के सामने खुद को आतंक के खिलाफ लड़ने वाला देश दिखाने की कोशिश करता है, वहीं दूसरी ओर उसी पाकिस्तान में आतंकी संगठनों के चेहरे खुलेआम सरकारी मंचों की शोभा बढ़ाते नजर आ रहे हैं.

    The mastermind of Pahalgam attack was with Pakistani ministers
    Image Source: Social Media

    इस्लामाबाद: एक ओर पाकिस्तान दुनिया के सामने खुद को आतंक के खिलाफ लड़ने वाला देश दिखाने की कोशिश करता है, वहीं दूसरी ओर उसी पाकिस्तान में आतंकी संगठनों के चेहरे खुलेआम सरकारी मंचों की शोभा बढ़ाते नजर आ रहे हैं. हाल ही में लश्कर-ए-तैयबा के खूंखार आतंकियों को पाकिस्तानी मंत्रियों के साथ एक ही स्टेज पर देखा गया, जहां उन्होंने खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाए और भारत विरोधी भाषणों की बौछार कर दी.

    न्यूक्लियर डे बना आतंक का मंच

    ये पूरा तमाशा 28 मई को हुआ, जब पाकिस्तान न्यूक्लियर टेस्ट की 27वीं वर्षगांठ मना रहा था. कार्यक्रम पंजाब में आयोजित किया गया था. इस दौरान मंच पर दिखे लश्कर के को-फाउंडर आमिर हमजा, पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड सैफुल्लाह कसूरी, और हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद.

    और हैरानी की बात ये नहीं कि ये आतंकी वहां मौजूद थे, बल्कि यह कि उनके साथ स्टेज पर बैठे थे पाकिस्तान के फूड मिनिस्टर मलिक राशिद अहमद खान और पंजाब विधानसभा के स्पीकर मलिक मुहम्मद अहमद खान, यानी वो लोग जिन पर एक लोकतांत्रिक देश की जिम्मेदारी होती है.

    आतंकी हुए आदर्श नागरिक घोषित

    कार्यक्रम में मंत्री मलिक राशिद अहमद खान ने आतंकियों को लेकर जो बयान दिया, वह किसी भी लोकतंत्र के मुंह पर तमाचा है. उन्होंने कहा, "हाफिज सईद और सैफुल्लाह कसूरी जैसे लोग 24 करोड़ पाकिस्तानियों का प्रतिनिधित्व करते हैं."

    इतना ही नहीं, मंत्री ने ये भी एलान किया कि भारत की एयर स्ट्राइक में मारे गए लश्कर कमांडर मुदासिर के भाई को शहबाज सरकार नौकरी देगी.

    यह बयान न केवल भारत के खिलाफ विषवमन है, बल्कि यह दर्शाता है कि पाक सरकार आतंकियों को नायक की तरह पेश कर रही है.

    'भारत ने मेरा नाम मशहूर कर दिया: कसूरी

    सैफुल्लाह कसूरी, जो कि पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड बताया जाता है, ने इस कार्यक्रम में कहा, "भारत ने हमारा नाम इतनी बार लिया कि अब दुनिया हमें जानती है."

    उसने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मारे गए आतंकियों को ‘शहीद’ कहकर संबोधित किया और भारत को खुलेआम धमकियां दीं. यही नहीं, उसके साथी आमिर हमजा ने भी भड़काऊ बयान देते हुए कहा, "कश्मीर पाकिस्तान बनेगा, जम्मू पाकिस्तान बनेगा, भारतीय पंजाब खालिस्तान बनेगा."

    इस वीडियो को पाकिस्तानी पत्रकार ताहा सिद्दीकी ने अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया, जिससे यह घटना अंतरराष्ट्रीय जगत में भी उछल गई.

    आतंकियों की जय-जयकार, रैलियों में लगे सेना के पोस्टर

    पंजाब के अलावा, कराची और रावलपिंडी में भी लश्कर से जुड़े राजनीतिक संगठन पाकिस्तान मार्काजी मुस्लिम लीग (PMML) ने रैलियों का आयोजन किया. रावलपिंडी की रैली का नाम रखा गया —

    उम्माह की रीढ़, मजबूत पाकिस्तान

    इस रैली में कई लोगों के हाथों में हाफिज सईद, सेना प्रमुख आसिम मुनीर और अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के पोस्टर थे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सेना और आतंकी नेटवर्क के बीच गहरे संबंध अभी भी कायम हैं.

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