'No Added Sugar' और 'Sugar Free' में क्या फर्क होता है? जानें इसका हेल्थ पर क्या होता है असर?

    कभी आपने सोचा है कि जब आप किसी पैकेट पर ‘No Added Sugar’ या ‘Sugar Free’ लिखा देखते हैं, तो क्या दोनों का मतलब एक ही होता है?

    the difference between No Added Sugar and Sugar Free
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- Internet

    नई दिल्ली: कभी आपने सोचा है कि जब आप किसी पैकेट पर ‘No Added Sugar’ या ‘Sugar Free’ लिखा देखते हैं, तो क्या दोनों का मतलब एक ही होता है?

    अगर हां, तो आप अकेले नहीं हैं, ज़्यादातर लोग यही गलती करते हैं! पर यकीन मानिए, दोनों का मतलब पूरी तरह अलग है. अगर आप हेल्दी ईटिंग की तरफ बढ़ रहे हैं या डायबिटीज मैनेज कर रहे हैं, तो ये फर्क जानना बहुत जरूरी है. तो चलिए, आज इस कन्फ्यूजन को हमेशा के लिए खत्म करते हैं.

    No Added Sugar मतलब क्या?

    जब किसी प्रोडक्ट पर ‘No Added Sugar’ लिखा हो, तो इसका सीधा मतलब है, उसमें कोई एक्स्ट्रा चीनी नहीं डाली गई है.

    लेकिन रुकिए! इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि वो प्रोडक्ट बिना शुगर वाला है. उसमें नेचुरली मौजूद शुगर हो सकती है, जैसे-

    • फलों में मौजूद फ्रुक्टोज
    • दूध में मौजूद लैक्टोज
    • कुछ अनाजों में नैचुरल मिठास

    उदाहरण:

    • फ्रूट जूस
    • दही
    • अनस्वीटेंड ग्रेनोला

    ये चीजें भले ही ‘नो एडेड शुगर’ हों, लेकिन इनकी अपनी नैचुरल मिठास होती है.

    Sugar Free मतलब क्या?

    अब बात करें ‘Sugar Free’ प्रोडक्ट्स की. इन चीजों में शुगर ना के बराबर होती है या बिल्कुल नहीं होती.

    यहां अक्सर मिठास के लिए आर्टिफिशियल या नैचुरल स्वीटनर्स (जैसे- स्टीविया, एस्पार्टेम) का इस्तेमाल किया जाता है.

    उदाहरण:

    • डायबिटीज के मरीजों के लिए मिठाई
    • शुगर फ्री कुकीज
    • कुछ टॉफियां और ड्रिंक्स

    अगर आपको शुगर इंटेक को लगभग जीरो करना है, तो 'शुगर फ्री' आपके लिए सही ऑप्शन है.

    आपके लिए कौन-सा सही है?

    • अगर आपका लक्ष्य है: बस एक्स्ट्रा शुगर कट करना – No Added Sugar प्रोडक्ट्स ट्राय करें.
    • अगर आपको है: डायबिटीज या आपको शुगर से पूरी तरह बचना है – Sugar Free प्रोडक्ट्स चुनें.

    Bottom Line:

    • No Added Sugar मतलब- शुगर डाली नहीं गई, लेकिन नैचुरल शुगर हो सकती है.
    • Sugar Free मतलब- शुगर न के बराबर या बिल्कुल नहीं है.

    अब अगली बार जब शॉपिंग करें, तो पैकेट ध्यान से पढ़ें और समझदारी से खरीदारी करें.

    डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ जनरल जानकारी के लिए है. किसी भी हेल्थ रिलेटेड फैसला लेने से पहले अपने डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह जरूर लें.

    ये भी पढ़ें- 30 की उम्र के बाद भी रहना है फिट और फ्लेक्सिबल, तो जरूर करें ये 5 योगासन, कई दिक्कते हो जाएंगी गायब