30 की उम्र के बाद भी रहना है फिट और फ्लेक्सिबल, तो जरूर करें ये 5 योगासन, कई दिक्कते हो जाएंगी गायब

    30 पार करते ही लाइफ का ट्रैक थोड़ा बदलने लगता है. बॉडी धीरे-धीरे वो चुस्ती और एनर्जी खोने लगती है जो 20s में बिना मेहनत मिलती थी.

    If you are over 30 then you must do these 5 yogasanas
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- FreePik

    नई दिल्ली: 30 पार करते ही लाइफ का ट्रैक थोड़ा बदलने लगता है. बॉडी धीरे-धीरे वो चुस्ती और एनर्जी खोने लगती है जो 20s में बिना मेहनत मिलती थी. मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है, हड्डियां पहले जैसी मजबूत नहीं रहतीं और स्ट्रेस भी लाइफ का नया साथी बन जाता है. लेकिन अच्छी खबर ये है कि अगर आप रोज सिर्फ कुछ मिनट योग के लिए निकाल लें, तो ये सारी प्रॉब्लम्स आपके पास आने से पहले ही भाग जाएंगी.

    तो अगर आपकी उम्र 30 के पार है, तो आज से ही ये 5 योगासन अपनी डेली लाइफ में शामिल करें. ये ना सिर्फ बॉडी को स्ट्रॉन्ग बनाएंगे, बल्कि दिमाग भी तरोताजा रखेंगे.

    1. सूर्य नमस्कार- हर दिन की पॉवरफुल शुरुआत

    अगर आपके पास कम समय है, तो सूर्य नमस्कार (Sun Salutation) आपके लिए बेस्ट है. इसमें 12 पोज़ होते हैं जो पूरे शरीर को एक्टिव कर देते हैं.

    फायदे:

    • वजन कंट्रोल में रहता है
    • बॉडी का ब्लड सर्कुलेशन जबरदस्त होता है
    • मांसपेशियां स्ट्रॉन्ग और फ्लेक्सिबल बनती हैं
    • स्ट्रेस और एंग्जायटी कम होती है

     इसे सुबह 5 से 10 राउंड करें और दिनभर की एनर्जी खुद महसूस करें.

    2. भुजंगासन- रीढ़ को बनाएं मजबूत

    भुजंगासन (Cobra Pose) खासतौर पर उन लोगों के लिए जरूरी है जो दिनभर लैपटॉप पर झुके रहते हैं.

    फायदे:

    • रीढ़ की हड्डी फ्लेक्सिबल होती है
    • पीठ दर्द में आराम मिलता है
    • फेफड़े मजबूत होते हैं
    • पेट की चर्बी कम होती है

    रोजाना 3 से 5 बार इस आसन को करें, फर्क दिखेगा.

    3. वज्रासन- खाना पचाना हो आसान

    खाना खाने के बाद आप अक्सर सीधा बेड पर चले जाते हैं? आदत बदलें और वज्रासन (Thunderbolt Pose) करें.

    फायदे:

    • पाचन तेजी से सुधरता है
    • घुटनों और जांघों में मजबूती आती है
    • माइंड रिलैक्स होता है
    • स्ट्रेस धीरे-धीरे गायब होने लगता है

    इसे डेली 5 से 10 मिनट करें, खासकर खाने के बाद.

    4. त्रिकोणासन: बॉडी का बैलेंस सुधारे

    त्रिकोणासन (Triangle Pose) आपकी बॉडी का बैलेंस, फ्लेक्सिबिलिटी और फोकस तीनों को सुधारता है.

    फायदे:

    • कमर और पैरों की मसल्स स्ट्रॉन्ग होती हैं
    • कमर दर्द में राहत मिलती है
    • बॉडी का बैलेंस और फोकस बेहतर होता है
    • इसे सुबह या शाम, दोनों समय कर सकते हैं.

    5. शवासन: स्ट्रेस का सबसे बढ़िया इलाज

    योग का फिनिशिंग पोज है शवासन (Corpse Pose) – सुनने में आसान, लेकिन असरदार.

    फायदे:

    • दिमाग पूरी तरह शांत होता है
    • स्ट्रेस और एंग्जायटी कम होती है
    • बॉडी गहराई से रिलैक्स होती है
    • नींद की क्वालिटी सुधरती है

    योग सेशन के अंत में 5 से 10 मिनट शवासन जरूर करें.

    क्यों जरूरी है 30 के बाद योग?

    • मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है
    • मांसपेशियां कमजोर होती हैं
    • स्ट्रेस बढ़ता है
    • पाचन शक्ति गिरती है
    • हड्डियां कमजोर होती हैं

    योग से न सिर्फ ये प्रॉब्लम्स दूर होती हैं, बल्कि आप अंदर से एनर्जेटिक और मेंटली स्ट्रॉन्ग महसूस करने लगते हैं.

    छोटा कदम, बड़ा असर:

    • अगर आपको योग की आदत नहीं है तो शुरुआत में रोज सिर्फ 10-15 मिनट दें. धीरे-धीरे समय बढ़ाएं. याद रखिए, लगातार करना ही असली चाबी है.
    • बॉडी फिट, माइंड फिट, यही है 30 के बाद की असली हैप्पीनेस.

    डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल केवल सामान्य जानकारी के लिए है. किसी भी हेल्थ प्रॉब्लम के लिए अपने डॉक्टर या योग विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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