Tahawwur Rana Extradition: 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा को गुरुवार, 10 अप्रैल 2025 को भारत लाया गया. उसे दिल्ली की एनआईए स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाना है. एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने कहा है कि सालों की मेहनत और कोशिशों के बाद यह प्रत्यर्पण सफल हुआ है.
कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे की प्रतिक्रिया
पूर्व गृह मंत्री और कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि, "हम भी तहव्वुर राणा को भारत लाने की कोशिश कर रहे थे. इससे फर्क नहीं पड़ता कि उसे मोदी सरकार ने लाया या किसी और ने. सबसे अहम बात ये है कि अब वह भारत में है और जांच पूरी हो सकेगी."
केंद्र सरकार की तारीफ
सुशील शिंदे ने केंद्र सरकार की तारीफ करते हुए कहा, "सरकार ने इस मामले में अच्छा काम किया है. यह मुद्दा लंबे समय से चल रहा था, और अब जब वह भारत में है, तो हम सरकार की तारीफ करते हैं. तारीफ करना गलत नहीं है." उन्होंने यह भी कहा कि अब एनआईए तहव्वुर राणा से पूरी जांच करेगी और देश को सच्चाई बताएगी. कोर्ट के आदेश के बाद तहव्वुर राणा को तिहाड़ जेल के उच्च सुरक्षा वाले वार्ड में रखा जा सकता है.
पहले भी विपक्ष ने किया था स्वागत
2008 के मुंबई आतंकी हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत लाए जाने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे और अन्य विपक्षी नेताओं ने भी स्वागत किया था. याद दिला दें कि 2012 में यूपीए सरकार के दौरान, जब सुशील शिंदे गृह मंत्री थे, तब मुंबई हमले में पकड़े गए आतंकी अजमल आमिर कसाब को पुणे की यरवदा जेल में फांसी दी गई थी.