Barak 8 System: जिस क्षण पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया, उसी क्षण उसने अपनी रणनीतिक भूल की नींव रख दी. 21वीं सदी का भारत अब न केवल सीमाओं की रक्षा के लिए तैयार है, बल्कि हर मोर्चे पर जवाब देने की पूरी सामर्थ्य रखता है. भारत की रक्षा रणनीति में पिछले कुछ वर्षों में अद्भुत बदलाव आया है, खासकर एयर डिफेंस सिस्टम के मामले में, जिसने देश को किसी भी हवाई हमले से बचाने की मजबूत ढाल प्रदान की है.
‘सुदर्शन चक्र’: भारत का सबसे घातक एयर डिफेंस कवच
रूस से प्राप्त S-400 ट्रायम्फ प्रणाली को भारत ने ‘सुदर्शन चक्र’ का नाम दिया है. यह प्रणाली दुश्मन के विमानों, क्रूज मिसाइलों और यहां तक कि स्टेल्थ जेट्स को भी 380 किलोमीटर तक की दूरी से ट्रैक और नष्ट कर सकती है. यह प्रणाली अत्याधुनिक मल्टी-बैंड रडार तकनीकों से लैस है और अमेरिका के सबसे उन्नत F-35 जैसे स्टेल्थ फाइटर जेट्स को भी पहचानने में सक्षम है. यह अब भारतीय वायुसेना के ‘इंटीग्रेटेड एयर कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम’ (IACCS) का हिस्सा बन चुकी है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को एक नई मजबूती मिली है.
‘आकाश’ मिसाइल प्रणाली: आत्मनिर्भर भारत की उड़ान
भारत की स्वदेशी रक्षा ताकत का प्रतीक बनी है DRDO द्वारा विकसित ‘आकाश’ मिसाइल प्रणाली. 25 किलोमीटर की रेंज वाली यह मिसाइल न केवल फाइटर जेट्स और ड्रोन को टारगेट कर सकती है, बल्कि क्रूज मिसाइल और हेलीकॉप्टर से लॉन्च हुई मिसाइलों को भी निष्क्रिय कर सकती है. सेना और वायुसेना दोनों ही इसे अपनी डिफेंस लाइन में इस्तेमाल कर रही हैं, जो इसे और भी महत्वपूर्ण बना देता है.
‘बाराक-8’: भारत-इज़राइल की साझा सुरक्षा दृष्टि
भारत और इज़राइल द्वारा संयुक्त रूप से विकसित ‘बाराक-8’ मीडियम रेंज सर्फेस-टू-एयर मिसाइल (MRSAM) सिस्टम, 70 किलोमीटर की दूरी तक आने वाले किसी भी खतरे को सफलतापूर्वक नष्ट कर सकता है. हाल ही में किए गए सफल परीक्षणों ने यह सिद्ध कर दिया है कि भारत अब अपनी वायु रक्षा में विश्व स्तर की तकनीक का उपयोग कर रहा है.
‘स्पाईडर’: त्वरित प्रतिक्रिया के लिए इजराइली समाधान
इजराइली तकनीक पर आधारित ‘स्पाईडर’ सिस्टम भारत की त्वरित रक्षा प्रतिक्रिया की रीढ़ बन चुका है. इसकी 15 किलोमीटर की रेंज और इसमें इस्तेमाल होने वाली ‘पाइथन’ तथा ‘डर्बी’ मिसाइलें इसे अत्यधिक प्रभावशाली बनाती हैं. स्मोकलेस प्रोपल्शन तकनीक के कारण इसे ट्रैक करना कठिन हो जाता है, जिससे यह दुश्मन के लिए एक रहस्यमयी और घातक हथियार बन जाता है.
हर चुनौती के लिए तैयार भारत
इन सभी आधुनिक प्रणालियों के साथ भारत अब न केवल अपने सीमावर्ती इलाकों को सुरक्षित कर सकता है, बल्कि किसी भी आकस्मिक हमले का भी तुरंत और प्रभावशाली जवाब दे सकता है. पाकिस्तान के साथ किसी भी संभावित टकराव के बीच, भारत की यह बहुआयामी रक्षा प्रणाली राष्ट्र को आत्मविश्वास से भर देती है. यह सिर्फ तकनीकी ताकत नहीं है, बल्कि हर भारतीय नागरिक के मन में पैदा होने वाली सुरक्षा की भावना का प्रमाण भी है.
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