मध्य पूर्व एक बार फिर युद्ध के कगार पर दिख रहा है. ताज़ा घटनाक्रम में इज़रायली सेना ने दावा किया है कि मंगलवार सुबह उत्तरी इज़रायल की ओर ईरान से मिसाइलों की एक बड़ी बौछार की गई. हालांकि अधिकांश मिसाइलों को हवा में ही इंटरसेप्ट कर लिया गया और किसी तरह की क्षति या हताहत की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं मिली है. यह हमला उस समय हुआ जब कुछ ही घंटे पहले दोनों देशों ने युद्धविराम की पुष्टि की थी.
तेहरान में रणनीतिक ठिकानों को निशाना बनाने का आदेश
इज़रायली रक्षा बल (IDF) ने कहा है कि ईरान की ओर से यह हमला सीजफायर के स्पष्ट उल्लंघन की श्रेणी में आता है. इज़रायल के रक्षा मंत्री कात्ज ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि इसका "मुंहतोड़ जवाब" दिया जाएगा और तेहरान में रणनीतिक ठिकानों को निशाना बनाने का आदेश दे दिया गया है.
दूसरी ओर, ईरान ने भी इज़रायल पर हमले का आरोप लगाया है. ईरानी न्यायपालिका से जुड़ी मीज़ान समाचार एजेंसी के अनुसार, तेहरान की एविन जेल पर हुए ड्रोन हमले में कई लोगों की मौत हुई है. ईरान के अनुसार, यह हमला इज़रायल ने किया जिसमें जेल परिसर के प्रशासनिक हिस्से को नुकसान पहुंचा, कर्मचारियों और कुछ आगंतुकों की जान गई. हालांकि, मृतकों की संख्या के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी साझा नहीं की गई है.
नेतन्याहू ने कहा था- 'अब उनका लक्ष्य पूरा हो चुका'
इससे पहले इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार की ओर से बयान आया था कि अमेरिका के युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया है. बयान में कहा गया था कि दो सप्ताह तक चले सैन्य अभियान में इज़रायल ने ईरान के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों को गंभीर क्षति पहुंचाई है और अब उनका लक्ष्य पूरा हो चुका है.
इज़रायली सरकार का दावा है कि उन्होंने ईरान के कई प्रमुख सैन्य और प्रशासनिक ठिकानों को तबाह किया है और तेहरान के हवाई क्षेत्र पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया है. वहीं ईरान का कहना है कि इज़रायल के हमलों में नागरिक ठिकानों को निशाना बनाया गया है.
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