'मैंने टीम की बेहतरी के लिए यह फैसला...' श्रीलंका से सीरीज हारने के बाद हसन शांतो ने छोड़ी कप्तानी

    बांग्लादेश टेस्ट टीम के कप्तान नजमुल हसन शांतो ने श्रीलंका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला में हार के बाद कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है.

    Hasan Shanto left the captaincy after losing the series to Sri Lanka
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- ANI

    ढाका: बांग्लादेश टेस्ट टीम के कप्तान नजमुल हसन शांतो ने श्रीलंका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला में हार के बाद कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है. शनिवार को मैच के बाद मीडिया से बातचीत में 26 वर्षीय शांतो ने पुष्टि की कि वह अब टेस्ट टीम की कप्तानी नहीं संभालेंगे. यह फैसला ऐसे समय आया है जब कुछ ही सप्ताह पहले उनसे वनडे की कप्तानी भी वापस ले ली गई थी.

    शांतो का यह निर्णय बांग्लादेश क्रिकेट के नेतृत्व ढांचे में चल रहे बदलावों की अगली कड़ी के रूप में देखा जा रहा है.

    यह व्यक्तिगत नहीं, टीम के लिए है- शांतो

    श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में पारी और 78 रन से हार के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में शांतो ने कहा, "यह कोई इमोशनल या नाराजगी भरा फैसला नहीं है. यह सोच-समझकर, टीम की भलाई को ध्यान में रखकर लिया गया निर्णय है. मैं लंबे समय से इस ड्रेसिंग रूम का हिस्सा रहा हूं, और मेरा मानना है कि सभी फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान होना हमारी टीम की स्थिरता के लिए सही नहीं है."

    शांतो ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने यह जानकारी पहले ही बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) को दे दी थी और बोर्ड के फैसलों का वह सम्मान करते हैं.

    दो सप्ताह पहले छीनी गई थी वनडे की कप्तानी

    12 जून को BCB ने शांतो से वनडे टीम की कप्तानी वापस लेकर मेहदी हसन मिराज को नया कप्तान नियुक्त किया था. इससे पहले शांतो ने वर्ष की शुरुआत में टी-20 की कप्तानी से भी स्वयं हटने का निर्णय लिया था. रिपोर्ट्स के अनुसार, वनडे कप्तानी के फैसले से वह अप्रसन्न थे, हालांकि उन्होंने सार्वजनिक रूप से इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी थी.

    14 टेस्ट की कप्तानी, 4 में जीत

    शांतो को नवंबर 2023 में न्यूजीलैंड दौरे से पहले टेस्ट कप्तान नियुक्त किया गया था, जब शाकिब अल हसन चोटिल हो गए थे. इसके बाद उन्हें तीनों फॉर्मेट का स्थायी कप्तान बनाया गया.

    अपने कप्तानी कार्यकाल में उन्होंने कुल 14 टेस्ट मैचों में टीम का नेतृत्व किया, जिनमें से चार में बांग्लादेश ने जीत दर्ज की, जबकि नौ में हार का सामना करना पड़ा. एक टेस्ट ड्रॉ रहा — श्रीलंका के खिलाफ गॉल में खेला गया मैच.

    उनकी कप्तानी में सबसे उल्लेखनीय उपलब्धि अगस्त 2024 में पाकिस्तान को उसी की धरती पर 2-0 से हराना रही.

    नेतृत्व की खोज और स्थिरता की चुनौती

    इस समय बांग्लादेश टीम में तीन अलग-अलग कप्तान हैं — मेहदी हसन मिराज (वनडे), लिटन दास (टी-20) और टेस्ट कप्तानी अब फिर से खुली हुई है. क्रिकेट पंडितों का मानना है कि बार-बार के नेतृत्व परिवर्तन से टीम की निरंतरता और मनोबल पर असर पड़ता है.

    शांतो का यह निर्णय भी शायद इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए — वह चाहते हैं कि टीम एक स्पष्ट और स्थिर नेतृत्व के साथ आगे बढ़े.

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