नई दिल्ली: यूक्रेन और रूस के बीच जारी संघर्ष एक बार फिर नए मोड़ पर पहुंचता दिख रहा है. रूस की सेना उत्तर-पूर्वी यूक्रेन के सुमी शहर से मात्र 12 किलोमीटर दूर पहुंच चुकी है. वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस इलाके में रूस ने यूक्रेन के मुकाबले तीन गुना अधिक सैनिक तैनात किए हैं और वे तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं.
यूक्रेनी सेना के वरिष्ठ कमांडर जनरल अलेक्जेंडर सिर्स्की ने बताया कि रूस की रणनीति अब स्पष्ट रूप से सीमा क्षेत्रों पर अपना दबाव बढ़ाने की है. उन्होंने कहा, “रूस भारी सैन्य बल का प्रयोग कर हमें रणनीतिक रूप से कमजोर करने की कोशिश कर रहा है.”
संघर्ष के बीच कूटनीतिक प्रयास असफल
पिछले सप्ताह तुर्की में रूस और यूक्रेन के अधिकारियों के बीच युद्धविराम को लेकर बातचीत हुई थी, लेकिन इस चर्चा से कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया. इसके तुरंत बाद रूस ने यूक्रेन के विभिन्न शहरों पर मिसाइलों और ड्रोनों से बड़े पैमाने पर हमला किया. रिपोर्टों के मुताबिक, रूस ने यूक्रेन के F-16 फाइटर जेट्स और उनके पायलटों को भी निशाना बनाया है.
सुमी में बढ़ा तनाव, यूक्रेन की रणनीति जारी
यूक्रेन की सेना ने इस मोर्चे पर HUR कमांडो यूनिट को तैनात किया है और जवाबी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है. सैन्य सूत्रों का कहना है कि यूक्रेनी बल हर संभव प्रयास कर रहे हैं ताकि दुश्मन को पीछे धकेला जा सके.
एक 25 वर्षीय प्लाटून कमांडर ने साझा किया, “यह अब तक की सबसे कठिन लड़ाई थी. दुश्मन ने ड्रोन, ग्रेनेड और मशीन गनों से हमला किया. हमने पांच रूसी सैनिकों को मार गिराया, और सौभाग्य से हमारी टीम सुरक्षित रही.”
असमान ताकत, लेकिन अटूट जज़्बा
रूसी सेना की तीन गुना संख्या यूक्रेनी बलों के लिए एक गंभीर चुनौती बन चुकी है. इसके बावजूद यूक्रेनी सैनिक मोर्चे पर डटे हुए हैं. जनरल सिर्स्की ने कहा, “हालात कठिन हैं, लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे.”
सुमी क्षेत्र में तनाव लगातार बढ़ रहा है, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें एक बार फिर इस संघर्ष के संभावित असर पर टिकी हैं.
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