जेलेंस्की किसी से कम नहीं! पुतिन के साथ युद्ध में मार गिराए 121,507 रूसी सैनिक

    बस दो दिन बाद, यानी 15 अगस्त को, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अलास्का में ऐतिहासिक मुलाकात होने वाली है. ट्रंप के दूसरी बार राष्ट्रपति पद संभालने के बाद यह दोनों नेताओं की पहली आमने-सामने की बातचीत होगी.

    russia soldiers killed in ukraine investigative report reveal
    Image Source: Social Media

    बस दो दिन बाद, यानी 15 अगस्त को, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अलास्का में ऐतिहासिक मुलाकात होने वाली है. ट्रंप के दूसरी बार राष्ट्रपति पद संभालने के बाद यह दोनों नेताओं की पहली आमने-सामने की बातचीत होगी, जिस पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हैं. इस बीच यूक्रेन में जारी संघर्ष से जुड़ी एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि पिछले तीन साल के युद्ध में अब तक 1 लाख 21 हजार 507 रूसी सैनिकों की मौत हो चुकी है.

    यह आंकड़ा रूसी स्वतंत्र मीडिया आउटलेट मेडियाजोना और बीबीसी रूसी सेवा की संयुक्त जांच का नतीजा है. रिपोर्ट में 24 फरवरी 2022 से लेकर 31 जुलाई 2025 तक के समयावधि के दौरान हुई रूसी सैनिक हताहतों का विवरण दिया गया है. जुलाई की शुरुआत में मिले पिछले अपडेट के बाद अब तक 2,353 और सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि हुई है.

    कैसे मिली मृत सैनिकों की जानकारी? 

    रिपोर्ट को तैयार करने में विभिन्न स्रोतों का सहारा लिया गया है, जिनमें स्थानीय अखबारों में प्रकाशित मौत की खबरें, सैनिकों के परिवारों और मित्रों द्वारा सोशल मीडिया पर साझा की गई जानकारी, युद्ध स्मृति स्थलों पर लगाए गए पेड़, स्थानीय मीडिया रिपोर्टें और प्रशासन के बयानों को शामिल किया गया है. मॉस्को और कीव दोनों ही पक्ष अपने नुकसान के आधिकारिक आंकड़े बहुत कम सार्वजनिक करते हैं, इसलिए वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है. यूक्रेन का अनुमान है कि रूस के हताहतों की कुल संख्या दस लाख से भी ऊपर हो चुकी है.

    5,400 से अधिक अधिकारी गंवा चुके जान

    रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि मारे गए सैनिकों में 33,100 स्वयंसेवक, 18,000 जेल से भर्ती कैदियों, और 13,300 जबरन भर्ती किए गए सैनिक शामिल हैं. इसके अलावा, 5,400 से अधिक अधिकारी भी इस संघर्ष में जान गंवा चुके हैं. यूक्रेन की युद्धबंदी मामलों की एजेंसी ने जानकारी दी है कि 12 जून तक एक लाख से अधिक रूसी परिवारों ने अपने लापता सैनिकों के बारे में जानने के लिए यूक्रेनी पहल से संपर्क किया था. 12 अगस्त तक, यूक्रेन की जनरल स्टाफ ने अनुमान लगाया कि रूस ने कुल 10,65,220 सैनिक खोए हैं, जो पश्चिमी खुफिया एजेंसियों के आंकड़ों से मेल खाते हैं.

    रूस का नुकसान तीन गुना है 

    मौत के आंकड़ों को लेकर जुलाई माह में विभिन्न दावे भी सामने आए हैं. कीव इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, 12 अगस्त को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि रूस का नुकसान यूक्रेन की तुलना में लगभग तीन गुना अधिक है, हालांकि उन्होंने अपने देश के हताहतों की संख्या का खुलासा नहीं किया. वहीं उसी दिन, अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने एक पॉडकास्ट इंटरव्यू में दावा किया कि केवल जुलाई में ही 60,000 रूसी सैनिक मारे गए. इसके विपरीत, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 1 अगस्त को कहा था कि यह संख्या लगभग 20,000 के करीब है.

    इन सभी आंकड़ों और दावों के बीच, ट्रंप-पुतिन की आगामी मुलाकात और युद्ध की वर्तमान स्थिति पूरी वैश्विक राजनीतिक और सुरक्षा के लिए अहम चुनौती बनी हुई है. इस बैठक से न केवल द्विपक्षीय संबंधों में बदलाव की उम्मीद है, बल्कि यूक्रेन युद्ध के भविष्य पर भी गहरा असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है.

    यह भी पढ़ें: पहले बमबारी, फिर भुखमरी और अब बीमारियां ले रही गाजा के लोगों की जान; रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा