किसी से कम नहीं पुतिन! तैयार की खतरनाक मिसाइल; यूरोप और अमेरिका पर गहराया खतरा?

    रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने एक बार फिर पश्चिमी देशों की चिंता बढ़ा दी है. शुक्रवार को मॉस्को में मीडिया से बातचीत करते हुए पुतिन ने ऐलान किया कि रूस ने ‘ओरेशनिक’ नाम की अत्याधुनिक हाइपरसोनिक मिसाइलें तैयार कर ली हैं और अब यह रूसी सेना को सौंप दी गई हैं.

    Russia Putin made oreshnik missile will deploy in blearus
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    रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने एक बार फिर पश्चिमी देशों की चिंता बढ़ा दी है. शुक्रवार को मॉस्को में मीडिया से बातचीत करते हुए पुतिन ने ऐलान किया कि रूस ने ‘ओरेशनिक’ नाम की अत्याधुनिक हाइपरसोनिक मिसाइलें तैयार कर ली हैं और अब यह रूसी सेना को सौंप दी गई हैं. यह मिसाइलें इतनी घातक हैं कि इनकी मारक क्षमता यूरोप और अमेरिका तक बताई जा रही है.

    पुतिन के इस बयान के बाद अमेरिका और नाटो देशों की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं. क्योंकि इस मिसाइल का परीक्षण पहले ही यूक्रेन युद्ध के दौरान किया जा चुका है और अब इसे स्थायी रूप से रूसी सेना की बैटल स्ट्रैटेजी का हिस्सा बनाया जा रहा है.

    क्या है ‘ओरेशनिक’ हाइपरसोनिक मिसाइल?

    'ओरेशनिक' रूस की नई पीढ़ी की मध्यम दूरी की हाइपरसोनिक मिसाइल है, जिसकी रफ्तार मैक 10 (करीब 12,300 किमी/घंटा) तक पहुंचती है. यह मिसाइल अपने साथ परमाणु और पारंपरिक वॉरहेड ले जाने में सक्षम है. इसकी रेंज की बात करें तो यह 1,000 से 5,500 किलोमीटर तक के लक्ष्य को एक झटके में ध्वस्त कर सकती है. यानी मास्को से दागी गई यह मिसाइल यूरोप के कई शहरों और अमेरिका के पूर्वी तट तक पहुंच सकती है.

    रडार से बच निकलने में माहिर

    'ओरेशनिक' को लेकर जो बात सबसे ज्यादा चिंताजनक है, वह यह कि यह पारंपरिक एयर डिफेंस सिस्टम को चकमा देने में सक्षम है. यह ऊपरी वायुमंडल में उड़ान भरती है जिससे यह THAAD, Aegis और SM-3 ब्लॉक-2A जैसे एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम को भी आसानी से धोखा दे सकती है. हालांकि कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि Arrow-3 या Aegis Ashore जैसे कुछ सिस्टम इस मिसाइल को आंशिक रूप से इंटरसेप्ट कर सकते हैं, लेकिन वह भी बहुत भरोसेमंद नहीं कहा जा सकता.

    बड़े पैमाने पर उत्पादन का आदेश

    राष्ट्रपति पुतिन ने पहले ही जून 2025 में इसका उत्पादन तेज करने का निर्देश दिया था. अब इस मिसाइल का निर्माण पूरा हो चुका है और इसे रूसी सैन्य शस्त्रागार में शामिल कर लिया गया है. पुतिन ने यह भी कहा कि बेलारूस को भी यह मिसाइलें दी जाएंगी और इस दिशा में बातचीत अंतिम चरण में है. दोनों देशों के सैन्य विशेषज्ञ मिलकर इन मिसाइलों की संभावित तैनाती की योजना तैयार कर रहे हैं.

    यूक्रेन में लगातार आगे बढ़ रही है रूसी सेना

    पुतिन ने बातचीत के दौरान यह भी बताया कि रूस की सेना यूक्रेन में लगातार प्रगति कर रही है. डोनेट्स्क और लुगांस्क के अलावा अब जापोरोज़े और खेरसॉन में भी रूसी सेना की पकड़ मजबूत हो रही है.
    उन्होंने दावा किया कि चासोव यार जैसे रणनीतिक रूप से अहम इलाके को रूसी सेना ने मुक्त करा लिया है. पुतिन ने जोर देकर कहा कि रूस किसी विदेशी क्षेत्र पर कब्जा नहीं कर रहा, बल्कि अपने ऐतिहासिक इलाकों को वापस ले रहा है.

    बातचीत के लिए दरवाज़ा खुला है

    पुतिन ने यह भी स्पष्ट किया कि रूस कभी भी बातचीत से पीछे नहीं हटा. उन्होंने कहा कि मास्को हमेशा से शांति की दिशा में बातचीत के लिए तैयार है, बशर्ते उसमें वास्तविक इच्छाशक्ति हो. RT की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में तुर्की के इस्तांबुल में रूस और यूक्रेन के बीच सीधी बातचीत हुई थी. इसमें युद्धबंदी और दोनों ओर के शहीद सैनिकों के शवों की अदला-बदली पर सहमति बनी थी. रूस ने तीन साझा कार्य समूह – राजनीतिक, मानवीय और सैन्य – गठित करने का प्रस्ताव भी दिया है ताकि युद्ध से निकलने का कोई व्यावहारिक रास्ता खोजा जा सके.

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