पुतिन की मांग को ठुकरा चुके जेलेंस्की, क्या फिर शुरू होगी जंग, या निकलेगा कोई समाधान?

    यूक्रेन संकट के बीच रूस और अमेरिका के बीच कूटनीतिक गतिरोध लगातार ध्यान आकर्षित कर रहा है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में साफ किया है कि अगर यूक्रेन डोनेट्स्क प्रांत उन्हें सौंप देता है, तो रूस अपनी सेना का अधिकांश हिस्सा अग्रिम मोर्चे से हटा लेगा.

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    पुतिन की मांग को ठुकरा चुके जेलेंस्की

    यूक्रेन संकट के बीच रूस और अमेरिका के बीच कूटनीतिक गतिरोध लगातार ध्यान आकर्षित कर रहा है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में साफ किया है कि अगर यूक्रेन डोनेट्स्क प्रांत उन्हें सौंप देता है, तो रूस अपनी सेना का अधिकांश हिस्सा अग्रिम मोर्चे से हटा लेगा.

    इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अलास्का में पुतिन से मीटिंग की थी और उसी अवसर पर यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से भी बात की. सूत्रों के मुताबिक, पुतिन ने डोनेट्स्क को सौंपने की मांग रखी, जिसे जेलेंस्की ने ठुकरा दिया.

    रूस का नियंत्रण और रणनीति

    रूस पहले से ही यूक्रेन के पांचवें हिस्से पर नियंत्रण रखता है, जिसमें डोनेट्स्क प्रांत का लगभग तीन-चौथाई हिस्सा शामिल है. यह प्रांत रूस द्वारा 2014 में पहली बार कब्ज़ा किया गया था. ट्रंप ने इस मामले में जोर दिया कि युद्धविराम से पहले पूर्ण शांति समझौता होना चाहिए, और पुतिन ने भी इस बात पर अपनी सहमति जताई.

    अलास्का समिट: युद्धविराम पर कोई निर्णय नहीं

    15 अगस्त को अलास्का में ट्रंप और पुतिन की लगभग तीन घंटे तक बंद कमरे में बैठक हुई. हालांकि बैठक के बाद युद्धविराम की घोषणा नहीं की गई. प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों नेताओं ने पत्रकारों के सवालों का जवाब नहीं दिया.ट्रंप ने कहा कि बातचीत सकारात्मक रही, लेकिन कुछ मुद्दों पर सहमति नहीं बन पाई. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने का सबसे अच्छा तरीका सीधे शांति समझौते पर जाना है, क्योंकि केवल युद्धविराम अक्सर स्थायी हल नहीं देता.

    रूस का रुख और चुनौती

    रूस ने ट्रंप की बातों का स्वागत किया, जिसमें उन्होंने केवल युद्धविराम की बजाय पूर्ण समझौते की आवश्यकता पर जोर दिया. हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों पक्ष एक-दूसरे के बिल्कुल विपरीत रुख रखते हैं. रूसी सेना महीनों से धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है. विशेषज्ञों के अनुसार, रूस-यूक्रेन जंग यूरोप के पिछले 80 वर्षों के सबसे भीषण संघर्षों में से एक है, जिसमें दोनों देशों के लगभग 10 लाख लोग मारे जा चुके हैं.

    वॉशिंगटन में ट्रंप-जेलेंस्की बैठक

    अलास्का समिट के बाद ट्रंप ने कहा कि युद्धविराम पर सहमति तक वह संतुष्ट नहीं होंगे. इसके बाद उन्होंने सोमवार को जेलेंस्की से वॉशिंगटन में मुलाकात करने का ऐलान किया. इस बैठक में यूरोपीय नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है.जेलेंस्की ने कहा कि वह पुतिन से मिलने के लिए तैयार हैं, लेकिन पुतिन ने अब तक रूस के लंबे समय से चले आ रहे रुख में कोई बदलाव नहीं दर्शाया है और इस मुलाकात को लेकर सार्वजनिक बयान नहीं दिया.

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