उधर बमबारी हो रही, इधर इंफ्लुएंसर बना रहे वीडियो, सोशल मीडिया पर भी किया शेयर; पुतिन ने जारी किया ये फरमान

    रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े संघर्ष में अब सोशल मीडिया की एक्टिविटी भी युद्ध का हिस्सा बन गई है. ताजा मामला रूस के लोकप्रिय शहर सोची से सामने आया है, जहां यूक्रेनी ड्रोन हमले के बाद दो युवा सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स ने मौके पर रैप वीडियो बनाकर उसे टिकटॉक पर अपलोड कर दिया.

    Russia airstrike influenecer making reels sparks outrage
    Image Source: Social Media

    रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े संघर्ष में अब सोशल मीडिया की एक्टिविटी भी युद्ध का हिस्सा बन गई है. ताजा मामला रूस के लोकप्रिय शहर सोची से सामने आया है, जहां यूक्रेनी ड्रोन हमले के बाद दो युवा सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स ने मौके पर रैप वीडियो बनाकर उसे टिकटॉक पर अपलोड कर दिया. इस हरकत को रूसी प्रशासन ने गंभीर सुरक्षा उल्लंघन मानते हुए दोनों युवतियों को गिरफ्तार कर लिया है.

    सोमवार को सोची में स्थित रोसनेफ्ट-कुबानेफ्टप्रोडुक्ट के तेल डिपो पर यूक्रेनी ड्रोन द्वारा हमला किया गया. यह डिपो कथित तौर पर रूस की सैन्य आपूर्ति श्रृंखला से जुड़ा हुआ बताया गया है. हमले के बाद वहां भीषण आग लग गई. इसी दौरान, 21 वर्षीय दशा व्लादिमिरोवना और 19 वर्षीय करीना एवगेनयेवना नामक दो इन्फ्लुएंसर्स वहां पहुंचीं और जलते हुए डिपो के सामने खड़े होकर रैप करते हुए वीडियो शूट किया. उस वीडियो में एक अन्य युवक भी नजर आया, लेकिन उसकी पहचान या उस पर की गई कार्रवाई को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है.

    सोशल मीडिया पर पोस्ट करते ही फंसी मुसीबत

    जैसे ही यह वीडियो टिकटॉक पर अपलोड हुआ, रूसी प्रशासन हरकत में आ गया. इंटरनेट निगरानी तंत्र के जरिए इस वीडियो का पता लगाया गया, और इसके बाद दोनों युवतियों को "वांटेड" घोषित कर दिया गया. जांच के बाद उनकी पहचान की पुष्टि हुई और तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया. उन पर आरोप है कि वे देश की सुरक्षा को खतरे में डालने वाले दृश्य से वीडियो बनाकर शत्रु के हमले को महिमामंडित कर रही थीं.

    "सार्वजनिक माफी मांगें", रूस की सख्त चेतावनी

    रूस की ‘सिक्योर इंटरनेट लीग’ की प्रमुख येकातेरिना मिजुलिना ने युवतियों की हरकत पर नाराजगी जताते हुए कहा, "रात के अंधेरे में जब ड्रोन हमला होता है, उस समय ऐसे वीडियो बनाना न केवल नासमझी है, बल्कि यह बेहद खतरनाक भी है. ये युवतियां शायद ये भूल गईं कि वे खुद भी उस हमले का शिकार हो सकती थीं." उन्होंने यह भी कहा कि युवतियों को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि उनकी इस हरकत ने दुश्मन को प्रचार सामग्री मुहैया कराई है.
    रूस में नाराजगी, यूक्रेन में व्यंग्य

    जहां रूस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कड़ी कार्रवाई की है, वहीं यूक्रेन ने इस पर तीखा व्यंग्य किया है. यूक्रेनी मीडिया आउटलेट ‘प्रावदा गेराशेंको’ ने इस घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि "सोची में जलते डिपो को देखकर रूसी खुश हो रहे हैं, तो यूक्रेन और भी ऐसे ठिकानों को निशाना बनाएगा." यूक्रेन की इस टिप्पणी को रूस ने एक और मानसिक युद्ध का हिस्सा माना है.

    जवाबी कार्रवाई में रूस ने किया पुल पर हमला

    इसी बीच, रूस ने भी यूक्रेन के खेरसॉन क्षेत्र में जवाबी हमले तेज कर दिए हैं. सोमवार रात रूसी वायुसेना ने द्निप्रो नदी पर बने एक अहम पुल को निशाना बनाया, जिसे यूक्रेनी सेना रसद और सैन्य परिवहन के लिए इस्तेमाल कर रही थी. बमबारी के बाद पुल का एक बड़ा हिस्सा टूट गया, जिससे खेरसॉन शहर और कारोबेल क्षेत्र के बीच संपर्क टूट गया है.

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