गली-गली जाकर कूड़ा बीन रहे पूर्व पुलिस अधिकारी, आनंद महिंद्रा ने शेयर किया वीडियो

    इंदर जीत सिंह सिद्धू का मानना है कि सफाई केवल शारीरिक श्रम नहीं है, बल्कि यह समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी है. चंडीगढ़ शहर को स्वच्छ सर्वेक्षण में कम रैंक मिलने के बाद उन्होंने यह ठान लिया कि वे अपनी तरफ से शहर की सफाई में योगदान देंगे.

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    Viral Video: चंडीगढ़ के सेक्टर-49 की शांत गलियों में एक दिल छूने वाली घटना देखने को मिलती है, जहां 88 साल के इंदर जीत सिंह सिद्धू नामक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी हर सुबह अपने जीवन का नया उद्देश्य पूरा करने निकलते हैं. भले ही उनकी उम्र ढल चुकी हो, लेकिन उनकी ऊर्जा और सेवा की भावना आज भी उतनी ही मजबूत है. वह हर रोज़ सुबह अपनी साइकिल पर कचरा उठाने निकलते हैं. इस काम को देखकर बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा ने भी उनकी सराहना की और इस वीडियो को शेयर किया.

    सफाई के प्रति उनकी भावना

    इंदर जीत सिंह सिद्धू का मानना है कि सफाई केवल शारीरिक श्रम नहीं है, बल्कि यह समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी है. चंडीगढ़ शहर को स्वच्छ सर्वेक्षण में कम रैंक मिलने के बाद उन्होंने यह ठान लिया कि वे अपनी तरफ से शहर की सफाई में योगदान देंगे. हाथ में साइकिल गाड़ी और एक बड़ा उद्देश्य लेकर, सिद्धू साहब धीरे-धीरे गलियों में घूमते हैं और हर जगह फैला कचरा उठाते हैं. यह उनका दैनिक कार्य बन चुका है.

    सेवा का उद्देश्य

    सिद्धू साहब का यह कार्य केवल कचरा उठाने तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके लिए यह एक जीवन का उद्देश्य बन चुका है. उनका मानना है कि अगर हर व्यक्ति अपने क़दमों से शहर को स्वच्छ बनाने की दिशा में कुछ कदम बढ़ाए तो परिणाम सकारात्मक हो सकते हैं. वह सफाई को एक संदेश मानते हैं, जो बताता है कि हम सब मिलकर बदलाव ला सकते हैं.

    समाज के लिए प्रेरणा

    कभी हम मानते हैं कि परिवर्तन की शुरुआत केवल युवा वर्ग से हो सकती है, लेकिन सिद्धू साहब ने यह सिद्ध कर दिया कि सेवा और समर्पण की कोई उम्र नहीं होती. उनकी धीरे-धीरे बढ़ती हुई कदमों की आहट एक प्रेरणा है कि “उद्देश्य कभी रिटायर नहीं होता.” उनकी यह निःस्वार्थ सेवा दूसरों के लिए एक मिसाल बन चुकी है. उनके काम से न केवल आसपास के लोग प्रभावित हुए हैं, बल्कि कई लोग सफाई को लेकर अपनी जिम्मेदारी समझने लगे हैं. 

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