उदास चेहरे के साथ प्रेमानंद महाराज के पास पहुंचे रैपर बादशाह, जानें क्या पूछा सवाल

    Rapper Badshah meets Premanand Maharaj: वृंदावन की दिव्य भूमि पर एक और आत्मा अपने भीतर के द्वंद्व को लेकर पहुँची, नाम है मशहूर रैपर और सिंगर बादशाह. संगीत की दुनिया में धूम मचाने वाले बादशाह इस बार किसी स्टेज या माइक के लिए नहीं, बल्कि आत्मिक सुकून की तलाश में प्रसिद्ध आध्यात्मिक संत प्रेमानंद जी महाराज की शरण में पहुँचे.

    Rapper Badshah reached Premanand Maharaj with a sad face know what question he asked
    Image Source: Social Media

    Rapper Badshah meets Premanand Maharaj: वृंदावन की दिव्य भूमि पर एक और आत्मा अपने भीतर के द्वंद्व को लेकर पहुँची, नाम है मशहूर रैपर और सिंगर बादशाह. संगीत की दुनिया में धूम मचाने वाले बादशाह इस बार किसी स्टेज या माइक के लिए नहीं, बल्कि आत्मिक सुकून की तलाश में प्रसिद्ध आध्यात्मिक संत प्रेमानंद जी महाराज की शरण में पहुँचे. इस मुलाकात का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें बादशाह बेहद गंभीर और शांत चित्त से महाराज के सामने बैठे दिखाई दे रहे हैं.

    बादशाह के साथ आए उनके भाई ने एक गहरा सवाल किया, "जब हम सत्य बोलते हैं, तो रिश्ते क्यों टूट जाते हैं? क्या सच बोलना श्राप बन जाता है?" यह सवाल सिर्फ उनका नहीं था, बल्कि आज के दौर में कई लोगों की उलझन है. प्रेमानंद महाराज का उत्तर उतना ही सरल, लेकिन उतना ही प्रभावशाली था. उन्होंने कहा: "सत्य की राह पर चलना ही सच्ची भक्ति है. जो छूटते हैं, वे असत्य के पथिक हैं. जब आप सत्य के साथ होते हैं, तो स्वयं भगवान आपके साथ होते हैं. और जब भगवान साथ होते हैं, तो पूरा संसार भी आपके साथ खड़ा हो जाता है." उनकी इन बातों ने न केवल सवाल का उत्तर दिया, बल्कि बादशाह के चेहरे पर एक सुकूनभरी मुस्कान भी लौटा दी. यही मुस्कान इस मुलाकात की असली झलक थी.

    वृंदावन के आध्यात्मिक आकर्षण में फिल्मी सितारे

    बादशाह से पहले भी कई चर्चित हस्तियां प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए वृंदावन पहुँच चुकी हैं. शिल्पा शेट्टी, राज कुंद्रा, विराट कोहली, मीका सिंह, आशुतोष राणा, हेमा मालिनी, और रवि किशन जैसी हस्तियां उनके उपदेशों और आध्यात्मिक ऊर्जा से प्रेरित हुई हैं. राज कुंद्रा ने तो महाराज की बीमारी जानने के बाद अपनी एक किडनी दान करने की इच्छा भी जताई थी, लेकिन प्रेमानंद जी ने पूरी विनम्रता से यह कहकर मना कर दिया कि जब प्रभु बुलाएंगे, तब चले जाएंगे.

    डिजिटल युग में एक आध्यात्मिक आवाज

    प्रेमानंद जी महाराज न सिर्फ वृंदावन के संत हैं, बल्कि डिजिटल युग के एक आध्यात्मिक पथप्रदर्शक भी बन चुके हैं. उनके प्रवचन यूट्यूब और सोशल मीडिया पर लाखों लोगों तक पहुँचते हैं, जो उनके विचारों से जीवन में मार्गदर्शन पाते हैं. सत्य, प्रेम, भक्ति और ईश्वर की सत्ता पर आधारित उनकी वाणी हर उस व्यक्ति को छूती है जो जीवन के झंझावातों में रास्ता तलाश रहा है.

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