न कोई बहस, न कोई डिमांड सिर्फ एक नेकदिल रवैया, Rapido राइडर को लेकर लोगों ने की तारीफ

    भारी बारिश और जाम से जूझते गुरुग्राम में जब लोग परेशान और हताश नजर आ रहे थे, वहीं रैपिडो ड्राइवर सूरज मौर्या ने इंसानियत और प्रोफेशनलिज्म की ऐसी मिसाल पेश की, जिसकी अब हर तरफ सराहना हो रही है.

    Rapido Rider Did Not take any extra charge while waiting in gurugram traffic jam post viral
    Image Source: Social Media

    भारी बारिश और जाम से जूझते गुरुग्राम में जब लोग परेशान और हताश नजर आ रहे थे, वहीं रैपिडो ड्राइवर सूरज मौर्या ने इंसानियत और प्रोफेशनलिज्म की ऐसी मिसाल पेश की, जिसकी अब हर तरफ सराहना हो रही है. NCR में बारिश के बाद सड़कें जलमग्न हो जाती हैं और ट्रैफिक का बुरा हाल हो जाता है, लेकिन इसी अराजकता के बीच सूरज मौर्या ने जो किया, वह सोशल मीडिया पर लोगों को भावुक कर गया.

    दरअसल, एक महिला पैसेंजर को उनके घर तक छोड़ने के लिए सूरज मौर्या ने पूरे 6 घंटे तक ट्रैफिक में फंसे रहकर उनका साथ दिया. उन्होंने न सिर्फ धैर्य बनाए रखा, बल्कि कभी शिकायत तक नहीं की. जब महिला ने अतिरिक्त पैसे देने की बात की तो सूरज ने विनम्रता से कहा, “मैडम, आप जो देना चाहें, दे दीजिए.” न कोई बहस, न कोई डिमांड सिर्फ एक नेकदिल रवैया.

    सोशल मीडिया पर शेयर किया VIDEO

    पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता दीपिका भारद्वाज ने इस घटना को सोशल मीडिया पर साझा किया. उन्होंने वीडियो में बताया कि सूरज मौर्या न सिर्फ उनके साथ अंत तक बने रहे, बल्कि पानी से भरी सड़कों और जाम के बीच उन्हें सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाया. दीपिका ने लिखा, “@rapidobikeapp के ड्राइवर पार्टनर श्री सूरज मौर्या को दिल से धन्यवाद. उन्होंने न सिर्फ 6 घंटे मेरा साथ दिया, बल्कि एक बार भी शिकायत नहीं की. वो सच में एक अनमोल रत्न हैं.”

    लोगों ने की रैपिडो राइडर की खूब तारीफ 


    इस पोस्ट के सामने आने के बाद ट्विटर (अब X) पर लोग सूरज मौर्या की जमकर तारीफ कर रहे हैं. कई यूजर्स ने कहा कि ऐसे समय में, जब लोग थोड़ा भी असुविधा होने पर गुस्से में आ जाते हैं, सूरज का धैर्य और उनकी सेवा भावना प्रेरणादायक है. एक यूजर ने लिखा, “आजकल बिना किसी उम्मीद के किसी की मदद करना बहुत दुर्लभ है. सूरज जैसे लोग हमें यह यकीन दिलाते हैं कि दुनिया में अब भी अच्छाई बाकी है.”दीपिका ने आगे यह भी बताया कि सूरज ने न तो ज्यादा किराया मांगा, न ही कोई बहाना बनाया. इसलिए उन्होंने भी खुशी-खुशी उन्हें अतिरिक्त पैसे दिए.

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