गुरुग्राम या पानीग्राम? घंटों जाम में फंसे लोगों ने निकाली भड़ास, घंटो में तय हुई 20km की दूरी

    Gurugram Traffic Jam: हरियाणा का गुरुग्राम शहर, जिसे भारत की ‘मिलेनियम सिटी’ और हाईटेक विकास का चेहरा कहा जाता है, 2 सितंबर की बारिश में पूरी तरह बेबस और लाचार नजर आया.

    Traffic jam in gurugram user complaining on social media hashtag trending jamgram or paanigram
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    Gurugram Traffic Jam: हरियाणा का गुरुग्राम शहर, जिसे भारत की ‘मिलेनियम सिटी’ और हाईटेक विकास का चेहरा कहा जाता है, 2 सितंबर की बारिश में पूरी तरह बेबस और लाचार नजर आया. चमचमाते फ्लायओवर, पॉश कॉलोनियां, मल्टीनेशनल कंपनियों के ऑफिस और करोड़ों की गाड़ियां सबकुछ पानी में डूब गया. हालात इतने खराब रहे कि लोग तैरकर ऑफिस से घर लौटे और सोशल मीडिया पर सवाल गूंजा: “ये गुरुग्राम है या मिनी वेनिस?”

    बारिश का सबसे खतरनाक असर अरावली की तरफ स्थित कादरपुर गांव में देखने को मिला, जहां भारी बारिश के चलते बांध टूट गया. कुछ ही घंटों में गांव में 5 से 6 फीट पानी भर गया. एक एसयूवी में फंसे तीन युवकों को ट्रैक्टर से बचाने की कोशिश की गई, लेकिन ट्रैक्टर भी पानी में बंद हो गया. आखिरकार, दूसरे ट्रैक्टर से रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित निकाला गया.

    पॉश कॉलोनियों में हालात बदतर

    बांध टूटने की वजह से पानी ने सेक्टर 61, 62, सुशांत लोक-2, सुशांत लोक-3 और गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड जैसी उच्च-विकसित कॉलोनियों को भी अपनी चपेट में ले लिया. बेसमेंट तक पानी घुस गया, करोड़ों की गाड़ियां डूब गईं और बिजली की सप्लाई भी ठप हो गई.

    अंडरपास बने झील, रफ्तार थमी

    हीरो होंडा चौक, बजघेड़ा अंडरपास और उमंग भारद्वाज चौक जैसे बड़े ट्रैफिक पॉइंट्स जलमग्न हो गए. बजघेड़ा अंडरपास को मिट्टी के बैग लगाकर बंद करना पड़ा. हीरो होंडा चौक की सर्विस लेन पर करीब 2 फीट पानी भर गया, जिससे ट्रैफिक पूरी तरह ठप हो गया.

    20 किलोमीटर लंबा जाम, घुटनों तक पानी

    बारिश के बाद गुरुग्राम में 20 किलोमीटर तक लंबा ट्रैफिक जाम लग गया. दफ्तरों से घर लौट रहे लोग घंटों सड़कों पर फंसे रहे. कुछ को 3-4 घंटे तक सफर करना पड़ा, तो कई लोगों ने गाड़ियां सड़क किनारे छोड़ दीं. कई जगहों पर पैदल चल रहे लोग घुटनों तक पानी में धंसते नज़र आए.

    सोशल मीडिया पर छलका गुस्सा, बरसे मीम्स

    ट्विटर (अब X) और इंस्टाग्राम पर गुरुग्राम की हालत पर मीम्स और गुस्से की बाढ़ आ गई. एक यूजर ने लिखा: “यहां घर नहीं, नाव खरीदनी चाहिए थी.” दूसरे ने वीडियो शेयर करते हुए कहा: “Luxury flats in Gurugram – Free boat with every purchase.” एक और मीम में लिखा गया: “Infosys और Google को अब Swimming Test भी लेना चाहिए.” #Jamgram और #Paanigram हैशटैग्स ट्रेंड करने लगे.

    सिस्टम फेल, वादे फिर भी वही

    गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (GMDA) हर बार दावा करती है कि "एक घंटे में पानी निकल जाएगा", लेकिन हकीकत हर बारिश में बह जाती है. बारिश के दौरान 100 करोड़ की ड्रेनेज योजनाएं धरी की धरी रह गईं. ग्रामीणों ने बताया कि प्राकृतिक नालों पर कब्जा कर निर्माण हुआ है, जिससे पानी का बहाव रुक गया.

    प्रशासन की अपील

    हालात बेकाबू होते देख डीसी अजय कुमार ने कंपनियों से वर्क फ्रॉम होम की अपील की. स्कूलों को ऑनलाइन क्लास चलाने के निर्देश दिए गए. GMDA ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया, लेकिन लोगों ने कहा कि “जब पानी निकलेगा ही नहीं, तो शिकायतें किस काम की?”

    फ्लाइट्स पर असर, मौसम विभाग की चेतावनी

    एयर इंडिया ने यात्रियों को सलाह दी कि फ्लाइट से पहले स्टेटस जरूर चेक करें, क्योंकि दिल्ली-गुरुग्राम रूट पर देरी हो सकती है. मौसम विभाग ने अगले कुछ हफ्तों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. सितंबर में सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना है.

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