भजनलाल सरकार की बड़ी पहल, राजस्थान के किसान अब विदेशों में सीखेंगे हाईटेक खेती के गुर

    राजस्थान के किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है. राज्य सरकार ने किसानों की तकनीकी उन्नति और ज्ञानवृद्धि के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है. इस योजना के तहत 100 प्रगतिशील किसानों को विदेश भेजा जाएगा, जहां वे आधुनिक और हाईटेक खेती के गुर सीखेंगे.

    Rajasthan govt to send 100 farmers abroad to learn advanced farming techniques
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    जयपुर: राजस्थान के किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है. राज्य सरकार ने किसानों की तकनीकी उन्नति और ज्ञानवृद्धि के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है. इस योजना के तहत 100 प्रगतिशील किसानों को विदेश भेजा जाएगा, जहां वे आधुनिक और हाईटेक खेती के गुर सीखेंगे. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंजूरी से शुरू हुआ यह ‘नॉलेज इनहांसमेंट प्रोग्राम’ राजस्थान के कृषि क्षेत्र में नए अध्याय की शुरुआत साबित होगा.

    कार्यक्रम का उद्देश्य और महत्व

    यह पहल किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों से जोड़ने का प्रयास है ताकि वे अपनी फसलों की पैदावार बढ़ाने के साथ-साथ सीमित संसाधनों का बेहतर उपयोग कर सकें. विदेशी देशों के कृषि सहकारी समितियों और उनकी कार्यप्रणाली का अध्ययन कर राजस्थान के फार्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन (FPO) भी मजबूत होंगे. इससे किसान सिर्फ खेती में ही नहीं, बल्कि संगठनात्मक स्तर पर भी दक्षता हासिल करेंगे.

    विदेश यात्रा और प्रशिक्षण

    इस विशेष कार्यक्रम के तहत चयनित किसान नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और ब्राजील जैसे देशों की सात दिन की यात्रा करेंगे. यह यात्रा नवंबर 2025 से मार्च 2026 के बीच चरणबद्ध तरीके से आयोजित की जाएगी. इस दौरान किसानों को उन देशों की आधुनिक कृषि प्रणालियों, तकनीकी नवाचारों, उत्पादन बढ़ाने के तरीकों और सहकारी समितियों के संगठनात्मक ढांचे की विस्तार से जानकारी दी जाएगी. यात्रा में कुल 100 किसान शामिल होंगे, जिनमें 80 किसान खेती से जुड़े होंगे और 20 पशुपालन एवं डेयरी क्षेत्र से.

    चयन प्रक्रिया और मापदंड

    राजस्थान सरकार ने इस योजना के लिए स्पष्ट मापदंड तय किए हैं. सामान्य श्रेणी के किसानों के लिए कम से कम 1 हेक्टेयर जमीन का होना जरूरी है, जबकि अनुसूचित जाति, जनजाति और महिला किसानों के लिए यह सीमा 0.5 हेक्टेयर रखी गई है. इसके अलावा, किसानों को कम से कम पिछले 10 सालों से खेती या पशुपालन में सक्रिय होना आवश्यक है. साथ ही उन्हें संरक्षित खेती, ड्रिप सिंचाई, सोलर पंप, ड्रोन तकनीक जैसे आधुनिक कृषि उपकरणों का इस्तेमाल आना चाहिए.

    उम्मीदें और भविष्य की राह

    राजस्थान सरकार का यह कदम किसानों की उत्पादकता बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें वैश्विक कृषि मानकों के करीब लाने का प्रयास है. इस योजना से लौटकर किसान न केवल अपनी खेती बेहतर बनाएंगे, बल्कि पूरे राज्य के कृषि ढांचे में भी सुधार लाएंगे. इससे राजस्थान के किसानों को भविष्य में नए अवसर और बेहतर आमदनी की उम्मीद जगाएगा. किसानों को आधुनिक तकनीक अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने वाली यह योजना कृषि क्षेत्र में नए बदलाव का संदेश लेकर आई है. 

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