यूपी में लागू हुई राहवीर योजना, सड़क हादसों में घायलों को बचाने पर मिलेगा 25,000 का इनाम

    Raah Veer Scheme: उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल "राहवीर योजना" को प्रदेश में लागू कर दिया है, जो सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों की जान बचाने वाले नागरिकों के लिए बड़ी उम्मीद लेकर आई है.

    rah veer yojana implemented in uttar pradesh
    File Image Source ANI

    Raah Veer Scheme: उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल "राहवीर योजना" को प्रदेश में लागू कर दिया है, जो सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों की जान बचाने वाले नागरिकों के लिए बड़ी उम्मीद लेकर आई है. इस योजना के तहत, अगर कोई व्यक्ति किसी दुर्घटना में घायल को “गोल्डन ऑवर” यानी पहले एक घंटे के भीतर अस्पताल पहुंचाता है और उसकी जान बचती है, तो उसे सरकार की ओर से 25,000 रुपये तक का सम्मान और पुरस्कार दिया जाएगा. यह पहल न सिर्फ लोगों को जागरूक करेगी, बल्कि आपदा के समय मदद के लिए प्रोत्साहित भी करेगी.

    जान बचाने वाले को सम्मान

    राहवीर योजना का उद्देश्य है कि सड़क हादसों में घायल व्यक्ति को सबसे महत्वपूर्ण “गोल्डन ऑवर” के अंदर अस्पताल पहुंचाया जाए, क्योंकि इस समय सीमा में प्राथमिक इलाज से जान बचाने की संभावना सबसे ज्यादा होती है. इस योजना के तहत अब तक जो प्रोत्साहन राशि 5,000 रुपये थी, उसे बढ़ाकर 25,000 रुपये कर दिया गया है, जिससे मददगारों को और अधिक प्रोत्साहन मिलेगा.

    कैसे मिलेगा इनाम?

    यदि कोई नागरिक दुर्घटना के तुरंत बाद घायल व्यक्ति को अस्पताल या ट्रॉमा सेंटर तक पहुंचाता है, तो अस्पताल प्रशासन तुरंत पुलिस को इसकी सूचना देगा. इसके बाद पुलिस संबंधित व्यक्ति को प्रमाण पत्र जारी करेगी और कलेक्टर को भी इस बात की जानकारी दी जाएगी. फिर परिवहन विभाग मददगार के बैंक खाते में सीधे 25,000 रुपये की राशि ट्रांसफर करेगा. यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और तेज़ होगी.

    यूपी में व्यापक स्तर पर लागू

    यह योजना अब लखनऊ समेत पूरे उत्तर प्रदेश में लागू हो चुकी है. सरकार का मकसद है कि लोग आपसी मदद के लिए आगे आएं और सड़क हादसों में घायल लोगों की जान बचाई जा सके. साथ ही, इस योजना से समाज में एक सकारात्मक संदेश भी जाएगा कि हर किसी को मदद के लिए आगे आना चाहिए.

    जान बचाओ, सम्मान पाओ

    राहवीर योजना न केवल सड़क दुर्घटना पीड़ितों के लिए जीवन रक्षक साबित होगी, बल्कि यह समाज में सहायकता और मानवता की भावना को भी मजबूत करेगी. ऐसे में अगर आप कभी किसी दुर्घटना के समय घायल व्यक्ति की मदद करते हैं, तो न सिर्फ आप उसकी जान बचाएंगे बल्कि राज्य सरकार की तरफ से आपको आर्थिक सहायता और सम्मान भी मिलेगा.

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