पंजाब में सड़क सुरक्षा फोर्स ने रचा कीर्तिमान, लोगों को दे रही जीवनदान, अब तक 35 हजार की बचाई जान

    पंजाब की 4100 किलोमीटर लंबी सड़कों पर हर 30 किलोमीटर पर SSF की टीमें तैनात हैं. हाईटेक वाहनों जैसे टोयोटा हिलक्स और महिंद्रा स्कॉर्पियो से लैस ये टीमें किसी भी दुर्घटना की सूचना पर मात्र 5 से 7 मिनट में मौके पर पहुंचती हैं.

    Punjab SSF has so far saved the lives of 35 thousand people injured in road accidents
    Image Source: ANI

    चंडीगढ़: पंजाब में सड़क हादसे लंबे समय से चिंता का विषय रहे हैं. रोज़ाना की ज़िंदगी में एक अनकहा डर हर सफर के साथ जुड़ चुका था. लेकिन 2024 की शुरुआत में मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने जो साहसी कदम उठाया, उसने इस डर को बड़ी हद तक कम कर दिया. सड़क सुरक्षा फोर्स (SSF) के गठन ने न केवल हादसों की रफ्तार थामी, बल्कि इंसानी जिंदगियों की हिफाज़त में एक नई मिसाल कायम की.

    हर 30 किलोमीटर पर तैनात सुरक्षा

    पंजाब की 4100 किलोमीटर लंबी सड़कों पर हर 30 किलोमीटर पर SSF की टीमें तैनात हैं. हाईटेक वाहनों जैसे टोयोटा हिलक्स और महिंद्रा स्कॉर्पियो से लैस ये टीमें किसी भी दुर्घटना की सूचना पर मात्र 5 से 7 मिनट में मौके पर पहुंचती हैं. घायलों को प्राथमिक उपचार देना और तुरंत अस्पताल पहुंचाना इस टीम का रोज़ का काम है. अब तक 35,000 से अधिक लोगों की जान बचाई जा चुकी है. यह कोई साधारण आंकड़ा नहीं, बल्कि हजारों परिवारों को उजड़ने से बचाने वाली नीतिगत कामयाबी है.

    बेटियां भी बनीं 'रक्षक'

    इस फोर्स की खास बात है—28% महिला कर्मियों की भागीदारी. पंजाब की बेटियां अब सिर्फ घरों की नहीं, सड़कों की भी सुरक्षा का ज़िम्मा उठा रही हैं. ये बदलाव सिर्फ नीति में नहीं, नज़र में भी है. यह नई पीढ़ी के लिए एक प्रेरणास्रोत बन चुका है कि सरकारी नौकरी अब सिर्फ कुर्सी नहीं, ज़िम्मेदारी है.

    स्कूल के बच्चे सुरक्षित

    2024 में SSF की तैनाती वाले क्षेत्रों में एक भी स्कूली बच्चे की जान सड़क हादसे में नहीं गई. यह एक ऐसा तथ्य है जो किसी भी राज्य की नीति की सफलता को प्रमाणित करता है. इस फोर्स ने यह साबित कर दिया कि सही फैसले, सही समय पर लिए जाएं, तो मौत को भी हराया जा सकता है.

    टेक्नोलॉजी और पारदर्शिता का संगम

    SSF केवल इंसानी हिम्मत नहीं, टेक्नोलॉजी की ताकत से भी लैस है. इसमें स्पीड गन, बॉडी कैमरा, ई-चालान सिस्टम, मोबाइल डेटा और AI आधारित मॉनिटरिंग जैसी आधुनिक सुविधाएं हैं. इससे न केवल कार्यवाही तेज़ हुई है, बल्कि हर प्रक्रिया पारदर्शी भी बनी है.

    नतीजे जो हर पंजाबी को राहत देते हैं

    SSF के काम से अस्पतालों पर बोझ कम हुआ है, बीमा क्लेम में गिरावट आई है और आम नागरिक को मानसिक राहत मिली है. इसके साथ-साथ टूरिज्म में भी इज़ाफा हुआ है और ट्रैफिक मैनेजमेंट सुधरा है. ये वो परिवर्तन हैं, जो आंकड़ों से ज़्यादा ज़मीन पर दिखते हैं.

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