बेंगलुरु: कर्नाटक की राजनीति में भूचाल लाने वाले बहुचर्चित यौन शोषण मामले में अब बड़ा कानूनी फैसला सामने आ गया है. बेंगलुरु की एक विशेष अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते और पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को बलात्कार के मामले में दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है. साथ ही अदालत ने रेवन्ना पर 5 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है. यह सजा हासन जिले के होलेनरसीपुरा स्थित एक फार्महाउस में घरेलू सहायिका के साथ बलात्कार के एक मामले में सुनाई गई है.
एक दिन पहले ही कोर्ट ने सुनाया था दोषी करार
जन प्रतिनिधियों से जुड़े मामलों की सुनवाई के लिए स्थापित विशेष अदालत ने 1 अगस्त को रेवन्ना को दोषी करार दिया था, जिसके बाद 2 अगस्त को सजा पर सुनवाई हुई. कोर्ट के इस फैसले के वक्त रेवन्ना के परिवार का कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था. यह मामला न सिर्फ कानूनी बल्कि राजनीतिक रूप से भी बेहद संवेदनशील माना जा रहा है, क्योंकि प्रज्वल रेवन्ना का संबंध एक प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से है.
अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद खुली परतें
प्रज्वल रेवन्ना का नाम 2024 में कर्नाटक सेक्स स्कैंडल के दौरान पहली बार उस समय सामने आया जब सोशल मीडिया पर उनके 2,000 से अधिक अश्लील वीडियो वायरल हो गए थे. इन वीडियो में उन्हें अलग-अलग महिलाओं के साथ आपत्तिजनक अवस्था में देखा गया. वीडियो सामने आने के बाद हड़कंप मच गया और कर्नाटक सरकार ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन कर विस्तृत जांच के आदेश दिए.
2144 पन्नों की चार्जशीट और कई गंभीर आरोप
एसआईटी की जांच के बाद अगस्त 2024 में रेवन्ना के खिलाफ एक विस्तृत और गहन चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की गई, जिसकी लंबाई 2144 पन्नों तक थी. इस चार्जशीट में आरोप लगाया गया कि रेवन्ना ने अपने प्रभाव और पद का दुरुपयोग करते हुए अपने ही घर में काम करने वाली महिलाओं का शारीरिक और मानसिक शोषण किया.
रेवन्ना पर बलात्कार, छेड़छाड़, ब्लैकमेलिंग और धमकाने जैसे गंभीर अपराधों के तहत अब तक 4 अलग-अलग FIR दर्ज की जा चुकी हैं. SIT की रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि रेवन्ना ने कई महिलाओं को धमकाकर उनके साथ जबरन संबंध बनाए और वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल किया.
विदेश भागने के बाद गिरफ्तारी
अश्लील वीडियो सामने आने के बाद राजनीतिक और सामाजिक दबाव बढ़ा तो रेवन्ना देश छोड़कर जर्मनी चले गए थे. हालांकि, जैसे ही वह 31 मई 2024 को भारत लौटे, उन्हें बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार कर लिया गया. तब से वह न्यायिक हिरासत में हैं. गिरफ्तारी के बाद रेवन्ना को जेडीएस (जनता दल सेक्युलर) से निष्कासित कर दिया गया था.
ये भी पढ़ें- 'हम किसी भी देश के दबाव में अपने फैसले नहीं बदलेंगे...' ट्रंप के टैरिफ पर पीएम मोदी का दो टूक जवाब