पीएम ओली आ रहे भारत, प्रधानमंत्री मोदी भी जाएंगे नेपाल, जानें दोनों देशों के बीच क्यों बढ़ रही नजदीकी

    भारत और नेपाल के द्विपक्षीय संबंधों को नई दिशा देने की तैयारी एक बार फिर से तेज़ हो गई है. नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली इस वर्ष 16 सितंबर से दो दिवसीय आधिकारिक भारत यात्रा पर आ रहे हैं.

    PM Oli is coming to India, PM Modi will also visit Nepal
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    India Nepal Friendship: भारत और नेपाल के द्विपक्षीय संबंधों को नई दिशा देने की तैयारी एक बार फिर से तेज़ हो गई है. नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली इस वर्ष 16 सितंबर से दो दिवसीय आधिकारिक भारत यात्रा पर आ रहे हैं. भारत सरकार की ओर से भेजे गए निमंत्रण को नेपाल की सरकार ने स्वीकार कर लिया है. यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब दोनों देशों के बीच भू-राजनीतिक और आर्थिक रिश्ते एक बार फिर पुनर्निर्माण के दौर में हैं.

    यह यात्रा क्यों अहम है?

    यह प्रधानमंत्री ओली का पद संभालने के बाद पहला आधिकारिक भारत दौरा होगा. इससे पहले उन्होंने कूटनीतिक परंपरा को तोड़ते हुए चीन को अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए चुना था, जिसे कई विश्लेषकों ने भारत-नेपाल संबंधों में खिंचाव के संकेत के रूप में देखा था. अब भारत का यह आमंत्रण और ओली द्वारा इसे स्वीकार करना दोनों देशों के रिश्तों में एक नई शुरुआत के संकेत के रूप में देखा जा रहा है.

    प्रधानमंत्री मोदी की भी होगी नेपाल यात्रा

    सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी नवंबर में नेपाल की संक्षिप्त लेकिन महत्वपूर्ण यात्रा पर जा सकते हैं. इस यात्रा की तारीखें अभी तय नहीं हुई हैं, लेकिन नेपाल सरकार को इस बाबत भारतीय पक्ष से जानकारी मिल चुकी है. पूर्व की भांति, पीएम मोदी की यह यात्रा धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों के दौरे पर केंद्रित रह सकती है. लुंबिनी, जानकी मंदिर जैसे स्थलों की यात्रा दोनों देशों के आध्यात्मिक और ऐतिहासिक संबंधों को फिर से प्रासंगिक बनाएगी.

    सांस्कृतिक से रणनीतिक साझेदारी तक

    भारत और नेपाल के संबंध केवल राजनीतिक दायरे तक सीमित नहीं हैं। दोनों देशों की साझेदारी भूगोल, इतिहास, संस्कृति और जन-सामान्य के आपसी रिश्तों से गहराई से जुड़ी है. प्रधानमंत्री ओली की यह यात्रा संभावित रूप से सीमा विवादों, व्यापार समझौतों, जलविद्युत परियोजनाओं और रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के नए द्वार खोल सकती है.

    दोनों यात्राओं से क्या उम्मीदें?

    प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की भारत यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत-नेपाल के बीच द्विपक्षीय बातचीत को आगे बढ़ाना, व्यापारिक सहयोग को मजबूत करना और आपसी कनेक्टिविटी (जैसे सड़क, रेल और ऊर्जा संपर्क) को बेहतर करना है. इस यात्रा से दोनों देशों के संबंधों में आई हालिया ठंडक दूर होने की उम्मीद है. साथ ही, नई द्विपक्षीय परियोजनाओं और समझौतों पर सहमति बनने की संभावना भी है.

    वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संभावित नेपाल यात्रा का मुख्य फोकस धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के स्थलों का दौरा करना है. यह यात्रा प्रतीकात्मक रूप से दोनों देशों के बीच साझा सांस्कृतिक विरासत को रेखांकित करेगी. इससे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक साझेदारी को और मज़बूती मिलने की उम्मीद है.

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