पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरूवार (24 अप्रैल) को बिहार के मधुबनी पहुंचे. पीएम मोदी ने बिहार की धरती से आतंकियों को कड़ा संदेश दिया. यहां उन्होंने अपना वक्तव्य अंग्रेजी में दिया. बता दें कि पीएम मोदी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हिंदी को बढ़ावा देते हैं. मगर मधुबनी में पीएम मोदी के अंग्रेजी में दिए वक्तव्य देकर सबका ध्यान खींचा है. आइए आपको बताते हैं कि पीएम मोदी ने अंग्रेजी में क्या बातें कहीं और उनके अंग्रेजी में बोलने के क्या मायने हैं.
पीएम मोदी ने अंग्रेजी में क्या कहा?
पीएम मोदी ने कहा, "Today from the soil of Bihar, I say to the whole world, India will identify, track, and punish every terrorist and their backers. We will pursue them to the ends of the earth. The spirit of India will never be broken by terrorism. Terrorism will not go unpunished. Every effort will be made to ensure that justice is served. The entire nation stands firm in this resolve. Everyone who believes in humanity is with us. I thank the people of various countries and the leaders who have stood with us in these times."
पीएम मोदी के अंग्रेजी वक्तव्य का हिंदी रूपांतरण
पीएम मोदी ने अंग्रेजी में कहा कि "आज बिहार की धरती से मैं पूरी दुनिया को कहना चाहता हूं कि भारत उन आतंकियों को खोजेगा, सजा देगा, उन्हें समर्थन देने वालों को भी नहीं बख्शेगा. आतंकवाद कभी भी भारत के हौसलों को पस्त नहीं कर सकता है. हर कदम उठाया जाएगा जिससे न्याय हो सके. पूरा देश इस समय साथ खड़ा ह, उसका इरादा एक है. जिसका भी इंसानियत में विश्वास है, वो आज हमारे साथ खड़ा है. जिन भी देशों ने, वहां के नेताओं ने इस मुश्किल समय में हमारा साथ दिया है, उनका शुक्रिया."
अंग्रेजी से दुनिया के नेताओं को संदेश दिया
पीएम मोदी का अंग्रेज़ी में दिया गया वक्तव्य सिर्फ एक भाषण ही नहीं, बल्कि एक कूटनीतिक सोच भी थी. इससे उन्होंने न सिर्फ आतंकियों और उनके सरपरस्तों को चेताया, बल्कि यह भी दिखा दिया कि भारत अपनी बात को वैश्विक स्तर पर कैसे प्रभावी तरीके से रख सकता है. बता दें कि पहलगाम हमले के बाद अमेरिका, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों ने भारत का समर्थन किया. पीएम मोदी चाहते थे कि यह समर्थन सिर्फ औपचारिक न रहे, बल्कि उनके दिल तक भारत की भावनाएं पहुंचें. अंग्रेज़ी, जो एक ग्लोबल लैंग्वेज है, उसी के माध्यम से पीएम मोदी ने भारत का दर्द और अपना संकल्प दुनिया को सुनाया.
अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भारत का पक्ष मज़बूती से रखा
भारत को लंबे समय से शिकायत रही है कि विदेशी मीडिया, खासकर पश्चिमी देशों की प्रेस, भारत के बारे में एकतरफा और पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग करती है. इस हमले के बाद पीएम मोदी ने खुद आगे बढ़कर अंग्रेज़ी में संदेश दिया ताकि अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भारत की आवाज़ सही ढंग से गूंजे.
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