नई दिल्लीः 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय सेना को स्पष्ट निर्देश दिया कि अगर पाकिस्तान से कोई गोली चलेगी, तो भारत से भी जवाबी कार्रवाई होगी. सरकार के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि भारत अब पाकिस्तान की हर हरकत का कड़ा और निर्णायक जवाब देगा.
'ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है'
ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है और अब भारत का यह कदम सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ एक सामान्य रणनीति बन चुका है. भारत ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि कश्मीर मुद्दे पर वह कभी भी किसी तरह की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करेगा. अब केवल एक ही मुद्दा बचा है – पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की वापसी. बातचीत के लिए कोई अन्य मुद्दा शेष नहीं है.
पहलगाम हमले के बाद भारत ने स्पष्ट रूप से दुनिया को संदेश दिया कि वह पाकिस्तानी क्षेत्रों में आतंकी ठिकानों पर हमले करेगा. 7 मई को भारतीय सेना ने पाकिस्तान के डीजीएमओ को सूचित किया कि उसने पाकिस्तान में आतंकी ढांचे को नष्ट किया है, हालांकि पाकिस्तान की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई.
'अब केवल एक मामला बचा है, पीओके की वापसी'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, “अब केवल एक मामला बचा है, पीओके की वापसी.” सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर खत्म नहीं हुआ है, बल्कि भारत एक नए सामान्य दौर में प्रवेश कर चुका है. अब पाकिस्तान और दुनिया को यह स्वीकार करना होगा कि यह स्थिति हमेशा के लिए नहीं चल सकती. भारत ने दुनिया को यह संदेश दिया कि हम आतंकवादियों और उनके संरक्षकों को एक साथ नहीं रख सकते. बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय पर किए गए हमले ने पाकिस्तान को यह समझा दिया कि भारत अब किसी भी सीमा को पार करने में हिचकेगा नहीं.
भारत ने बहावलपुर और मुरीदके में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर पाकिस्तान को एक बड़ा संदेश दिया. ये हमले इस बात का संकेत थे कि पाकिस्तान के आतंकी संगठनों के करीबी रिश्ते उसकी खुफिया एजेंसी ISI से हैं, और भारत अब आतंकवादियों के मुख्य ठिकानों को निशाना बनाएगा, छोटे कैंपों को नहीं.
भारत ने सटीक और प्रभावी हमले किए. रहीम यार खान एयरबेस का रनवे पूरी तरह से तबाह हो गया, और चकलाला में स्थित पाकिस्तानी वायुसेना का बेस नूर खान भी भारी नुकसान का शिकार हुआ. इन हमलों ने पाकिस्तान को यह एहसास दिला दिया कि वह भारत के मुकाबले कहीं भी नहीं टिकता.
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