PM Modi Varanasi visit: वाराणसी, सावन की भक्ति से सराबोर माहौल और जनसैलाब की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काशी आगमन ऐतिहासिक बन गया. बाबा विश्वनाथ की नगरी में पहुंचकर प्रधानमंत्री ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता का श्रेय महादेव के आशीर्वाद को दिया और कहा कि यह नया भारत अब आतंक के खिलाफ चुप नहीं बैठता, बल्कि जवाब देता है, वो भी दुश्मन के घर में घुसकर.
जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने भावुक स्वर में पहलगाम हमले की याद ताजा की, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. उन्होंने कहा, "उस दिन मेरा हृदय पीड़ा से भर गया था. उन बेटियों का दुख, उनके परिवारों की वेदना मेरी आत्मा को झकझोर रही थी. तब मैंने बाबा से यही प्रार्थना की थी कि पीड़ित परिवारों को शक्ति दें. और मैंने वचन लिया था कि मेरी इन बेटियों के सिंदूर का बदला ज़रूर लूंगा."
प्रधानमंत्री ने गर्व के साथ कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता उनके उसी संकल्प की परिणति है. उन्होंने कहा, "महादेव की कृपा से हम उस कायराना हमले का बदला ले सके. यह सफलता मैं बाबा विश्वनाथ के चरणों में समर्पित करता हूं."
भोजपुरी में पीएम का अपनापन
पीएम मोदी ने भाषण की शुरुआत पारंपरिक काशी भाव से की, "नम: पार्वती पतये, हर-हर महादेव." इसके बाद जब उन्होंने भोजपुरी में कहा, "सावन के पावन महीना में आज हमके काशी के हमरे परिवार के लोगन से मिलय के अवसर मिलल हय," तो पूरा जनसभा स्थल तालियों से गूंज उठा. यह वही अपनापन है, जिसने काशी और नरेंद्र मोदी के रिश्ते को आत्मिक बना दिया है.
किसानों और काशी को मिली विकास की बड़ी सौगात
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान जिले को 2200 करोड़ रुपए की लागत से बने 52 परियोजनाओं की सौगात दी. साथ ही, देश के 9.7 करोड़ से अधिक किसानों को प्रधानमंत्री सम्मान निधि की 20वीं किस्त के रूप में 20,500 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए. काशी के ऐतिहासिक दालमंडी क्षेत्र के पुनर्विकास कार्य की भी आधारशिला रखी गई. यह योजनाएं न सिर्फ काशी के विकास को रफ्तार देंगी, बल्कि देशभर के किसानों के आत्मबल को भी मजबूत करेंगी.
आतंकियों को घर में घुसकर मारा जाएगा
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए कहा, "ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद जब पीएम काशी आए हैं, तो यह संदेश है कि अब भारत चुप नहीं बैठता. दुश्मनों को उनके घर में घुसकर मारा जाता है. यह नया भारत है, जो आतंक के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ता है."
यह भी पढ़ें- रूस की 'Dead Hand' की धमकी, ट्रंप का सबमरीन वार, क्या खुद ही चलने लगेंगी मिसाइलें? जानें रहस्यमय ताकत