PM Modi Speech on Operation Sindoor: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में देश के नाम अपने संबोधन में एक बड़ा खुलासा किया, जो अब तक सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आया था. उन्होंने पहली बार ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर विस्तार से बात करते हुए न सिर्फ भारत विरोधी आतंकवादियों को कड़ा संदेश दिया, बल्कि अमेरिका और यूरोप को भी आतंक पर उनके दोहरे रवैये को लेकर कठघरे में खड़ा किया. अमेरिका और यूरोप में भी आतंक भय का कारण
पीएम मोदी ने कहा कि जिन अड्डों से दशकों से भारत में आतंक फैलाया जा रहा था, वहीं से निकले आतंकी अमेरिका और यूरोप में भी भय और विनाश का कारण बने. उन्होंने बहावलपुर और मुरीदके जैसे पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों का जिक्र करते हुए बताया कि यहीं से निकले आतंकियों ने 9/11, लंदन बम धमाकों और भारत में हुए कई घातक हमलों को अंजाम दिया.
यह न्याय की पुनर्स्थापना है
ऑपरेशन सिंदूर केवल सैन्य कार्रवाई नहीं, यह न्याय की पुनर्स्थापना है. प्रधानमंत्री ने बताया कि 6-7 मई की रात को अंजाम दिए गए इस ऑपरेशन में भारत ने न सिर्फ आतंकी ढांचे को ध्वस्त किया, बल्कि उन चेहरों को भी खत्म कर दिया जो दशकों से भारत को अस्थिर करने की साजिशें रच रहे थे.
सिंदूर सिर्फ एक नाम नहीं
उन्होंने कहा, कि ऑपरेशन सिंदूर कोई एक नाम नहीं है. यह देश की बेटियों की अस्मिता की रक्षा, निर्दोषों के लिए न्याय और पूरे भारत की भावनाओं का प्रतिनिधित्व है. प्रधानमंत्री के अनुसार, इस मिशन में 100 से अधिक खतरनाक आतंकियों का सफाया किया गया — जिनमें वे भी शामिल थे जो वर्षों से भारत को खुलेआम धमकियां दे रहे थे.
आतंक के वैश्विक अड्डे: अमेरिका और यूरोप को चेतावनी
पीएम मोदी ने अमेरिका और यूरोप के नेताओं को स्पष्ट शब्दों में याद दिलाया कि आतंक पर नरमी और दोहरे मापदंड अंततः उन्हीं के लिए खतरा बनते हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में स्थित आतंकी अड्डे, जैसे बहावलपुर (जहां जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय है) और मुरीदके (लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा), सिर्फ भारत के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए सुरक्षा संकट बन चुके हैं. 9/11 और लंदन बम धमाके में पाकिस्तान कनेक्शन पीएम मोदी ने कुछ ऐतिहासिक घटनाओं के ज़रिए अपना संदेश और भी स्पष्ट किया.
तीन हजार लोगों की गई थी जान
9/11 हमला (2001, अमेरिका) इस आतंकवादी हमले में 3,000 लोगों की जान गई थी. बाद की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि हमलावर पाकिस्तान में ट्रेनिंग पाए हुए थे और अल-कायदा का नेटवर्क भी वहां से संचालित हो रहा था. ओसामा बिन लादेन, जो हमले का मास्टरमाइंड था, पाकिस्तान के ऐबटाबाद में छिपा मिला, जहां अमेरिका ने उसे मार गिराया.
हमले में 52 नागरिक मारे गए
लंदन ट्यूब विस्फोट (2005) इस हमले में 52 नागरिक मारे गए थे. इसमें शामिल कम से कम दो आत्मघाती हमलावर पाकिस्तान में ट्रेनिंग लेकर लौटे थे, और हमले को अंजाम दिया था. ब्रिटिश एजेंसियों ने इस हमले के तार पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों से जुड़े बताए.
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