PM Modi in WAVES Summit: मुंबई में आयोजित चार दिवसीय WAVES Summit का भव्य आगाज़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया, जहां उन्होंने वैश्विक रचनात्मकता, भारतीय सिनेमा की विरासत और भारत के 'कहानी-संपन्न' भविष्य पर जोर दिया. कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर पीएम मोदी ने न सिर्फ कलाकारों और क्रिएटर्स को संबोधित किया, बल्कि भारत को ग्लोबल क्रिएटिव हब बनाने के अपने विज़न को भी साझा किया. "WAVES केवल एक नाम नहीं, यह वैश्विक संस्कृति और रचनात्मकता की एक लहर है.
WAVES सिर्फ शब्द नहीं
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “WAVES – World Audio Visual And Entertainment Summit सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि एक लहर है. संस्कृति की, रचनात्मकता की और वैश्विक संवाद की." उन्होंने आगे जोड़ा कि यह मंच हर कलाकार, हर युवा, हर इनोवेटिव सोच रखने वाले व्यक्ति के लिए है जो क्रिएटिव इंडस्ट्री का हिस्सा बनना चाहता है.
100 से अधिक देशों से आए क्रिएटिव माइंड्स का जमावड़ा
कार्यक्रम में 100 से ज्यादा देशों से कलाकार, निवेशक और नीति निर्माता एकत्रित हुए, जिसे लेकर पीएम मोदी ने इसे “Global Talent और Global Creativity के एक नए Eco-system की नींव” बताया.
भारतीय सिनेमा के स्वर्णिम सफर की याद
पीएम मोदी ने मंच से दादासाहेब फाल्के को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि 1 मई के आसपास यह सम्मेलन होना प्रतीकात्मक रूप से महत्वपूर्ण है. उन्होंने बताया, “3 मई 1913 को भारत की पहली फीचर फिल्म ‘राजा हरिश्चंद्र’ रिलीज़ हुई थी और कल ही दादासाहेब फाल्के जी की जयंती भी थी.” उन्होंने कहा कि भारतीय सिनेमा ने बीते 100 वर्षों में भारत की संस्कृति और भावनाओं को पूरी दुनिया में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है.
डाक टिकट के ज़रिए सिनेमा के दिग्गजों को दी श्रद्धांजलि
इस अवसर पर भारत के प्रतिष्ठित फिल्म कलाकारों और तकनीशियनों को डाक टिकट जारी कर श्रद्धांजलि दी गई. पीएम मोदी ने यह भी बताया कि बीते वर्षों में वे गेमिंग, म्यूजिक और फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों से मिलते रहे हैं, और हर बातचीत में “भारत की क्रिएटिव ताकत और वैश्विक सहयोग की संभावनाएं” सामने आईं. “अब वक्त है – Create in India, Create for the World” प्रधानमंत्री ने ज़ोर देते हुए कहा, “भारत के पास सदियों पुरानी कहानियों का खजाना है. ये कहानियां समय की सीमाओं से परे हैं, सोच को झकझोरने वाली हैं और पूरी दुनिया के लिए प्रासंगिक हैं.”
उन्होंने इसे ‘Create in India, Create for the World’ के आदर्श समय के रूप में चिन्हित किया. ऑरेंज इकॉनमी को बताया भविष्य की धुरी पीएम मोदी ने Content, Creativity और Culture को ऑरेंज इकोनॉमी की आधारशिलाएं बताते हुए कहा, “आज भारतीय फिल्में 100 से ज्यादा देशों में रिलीज़ होती हैं और सबटाइटल के साथ उन्हें अंतरराष्ट्रीय दर्शकों से भी सराहना मिल रही है.”
यह भी पढ़े: भारत ने पुतिन को दिया बड़ा झटका, अब अमेरिका की नैया पार लगाएगी सरकार; खुश हो जाएंगे डोनाल्ड ट्रंप