PM Modi in Uttrakhand: पीएम मोदी आज उत्तराखंड दौरे पर हैं. एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 9 नवंबर का ये दिन, एक लंबी तपस्या का फल है. आज का दिन हम सभी को गर्व का एहसास करा रहा है. उत्तराखंड की देवतुल्य जनता ने वर्षों तक जो सपना देखा था, वह अटल जी की सरकार में पूरा हुआ था.
बीते 25 वर्षों की यात्रा के बाद आज उत्तराखंड जिस ऊँचाई पर है, उसे देखकर हर उस व्यक्ति का खुश होना स्वाभाविक है, जिन्होंने इस खूबसूरत राज्य के लिए संघर्ष किया था. मैं आप सबको उत्तराखंड की रजत जयंती पर बहुत-बहुत बधाई देता हूं.इस अवसर पर उत्तराखंड के उन बलिदानियों को भी श्रद्धांजलि देता हूं, जिन्होंने आंदोलन के दौरान अपना जीवन न्यौछावर कर दिया.
आज 24 वर्ष पूरे कर रहा उत्तराखंड
मैं उस समय के सभी आंदोलनकारियों का भी वंदन और अभिनंदन करता हूं. आज जब उत्तराखंड अपने 25 वर्ष पूरे कर रहा है, तो मेरा यह विश्वास और भी दृढ़ हो गया है कि यह उत्तराखंड के उत्कर्ष का कालखंड है. 25 साल पहले उत्तराखंड का बजट 4 हज़ार करोड़ रुपये का था, आज यह बढ़कर 1 लाख करोड़ रुपये को पार कर चुका है.
पीएम बोले पिछले 25 वर्षों में उत्तराखंड में बिजली उत्पादन चार गुना बढ़ चुका है. पिछले 25 वर्षों में उत्तराखंड में सड़कों की लंबाई दोगुनी हो चुकी है. पहले यहां 6 महीने में लगभग 4,000 यात्री हवाई जहाज से आते थे, आज एक दिन में 4,000 यात्री हवाई जहाज से आते हैं. इन 25 वर्षों में इंजीनियरिंग कॉलेजों की संख्या 10 गुना से ज़्यादा बढ़ी है. पहले यहां सिर्फ एक मेडिकल कॉलेज था, आज 10 मेडिकल कॉलेज हैं.
भारत के आध्यात्मिक जीवन की धड़कन है उत्तराखंड
उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड, भारत के आध्यात्मिक जीवन की धड़कन है.गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ, जागेश्वर और आदि कैलाश... ऐसे तीर्थ हमारे विश्वास और आस्था के प्रतीक हैं. हर वर्ष लाखों श्रद्धालु इन पवित्र धामों की यात्रा पर आते हैं। उनकी यह यात्रा भक्ति का मार्ग खोलती है, साथ ही उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा भरती है. उत्तराखंड का असली परिचय उसकी आध्यात्मिक शक्ति है. उत्तराखंड अगर ठान ले, तो अगले कुछ ही वर्षों में खुद को Spiritual Capital of the World के रूप में स्थापित कर सकता है. यहां के मंदिर, आश्रम, योग के सेंटर... इन्हें हम ग्लोबल सेंटर से जोड़ सकते हैं.
यह भी पढ़ें: सफाई से कमाई! उत्तराखंड की बद्रीनाथ नगर पंचायत हुई मालामाल, कूड़ा-कबाड़ बेचकर कमा लिए करोड़ों रुपये