नई दिल्ली: देशभर में रक्षाबंधन का पर्व हर साल की तरह इस बार भी पूरे उत्साह और भावनात्मक जुड़ाव के साथ मनाया गया. इस पवित्र अवसर पर भाई-बहन के अटूट रिश्ते की डोर एक बार फिर मजबूत हुई. लेकिन इस बार रक्षाबंधन का एक विशेष दृश्य दिल्ली के प्रतिष्ठित 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास पर देखने को मिला, जब वहां छोटे-छोटे कदमों के साथ मासूम बच्चियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने और उन्हें राखी बांधने पहुंचीं.
इस खास मौके पर दिल्ली के विभिन्न स्कूलों की छात्राएं पारंपरिक परिधान पहनकर प्रधानमंत्री आवास पहुंचीं और पूरे उल्लास, प्यार और सम्मान के साथ प्रधानमंत्री की कलाई पर राखी बांधी. हर बच्ची के चेहरे पर एक अलग चमक थी और उनकी बातों में मासूमियत की मिठास थी.
इन्हीं बच्चियों में से एक ने जब मुस्कुराते हुए कहा, "मैं मोदी अंकल के लिए पिकॉक वाली राखी लाई हूं," तो वहां मौजूद हर किसी का चेहरा खिल उठा. वह मोर के पंखों से सजी एक सुंदर राखी प्रधानमंत्री को भेंट करने आई थी. यह दृश्य भावुक करने वाला था, एक मासूम बच्ची की यह भावना इस बात का प्रमाण है कि प्रधानमंत्री मोदी को बच्चे कितने अपनेपन और श्रद्धा के साथ देखते हैं.
Here are highlights from a very special Raksha Bandhan celebration earlier today. Gratitude to our Nari Shakti for their continuous trust and affection. pic.twitter.com/MeO3KJsXew
— Narendra Modi (@narendramodi) August 9, 2025
आत्मीयता से मिला पीएम का जवाब
प्रधानमंत्री मोदी ने भी बच्चियों का पूरे स्नेह और आत्मीयता के साथ स्वागत किया. उन्होंने न सिर्फ राखी बंधवाई, बल्कि बच्चों के साथ खुलकर समय भी बिताया. कभी किसी बच्ची से उनकी पढ़ाई के बारे में पूछा, तो किसी को हल्के-फुल्के अंदाज़ में मुस्कुराकर टॉफी दी. उनका यह सरल और सुलभ स्वभाव बच्चों के बीच उन्हें “मोदी अंकल” बना देता है, एक राजनेता से कहीं ज़्यादा एक अपने जैसे इंसान के रूप में.
सोशल मीडिया पर दी रक्षाबंधन की शुभकामनाएं
इस खास मुलाकात से पहले प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर देशवासियों को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं भी दीं. उन्होंने लिखा, "सभी देशवासियों को रक्षाबंधन की अनेकानेक शुभकामनाएं."
उनका यह संदेश भी एक भाई की तरह देशवासियों को संबोधित करता प्रतीत हुआ जो हर बहन की रक्षा के लिए सदैव तत्पर है.
देश की सीमाओं पर भी बंधी राखियां
रक्षाबंधन के इस पर्व की एक और मार्मिक झलक देश की सीमाओं और सैन्य ठिकानों पर देखने को मिली. भारतीय सेना की दक्षिणी कमान के जवानों को संस्कृति फाउंडेशन के स्वयंसेवकों और बच्चों द्वारा राखी भेजी गई और कई स्थानों पर स्वयं जाकर राखी बांधी गई.
दक्षिणी कमान ने सोशल मीडिया पर इस भावुक क्षण की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, "रक्षाबंधन के पावन अवसर पर, संस्कृति फाउंडेशन के बच्चों ने बाइसन डिवीजन के सैनिकों को राखी बांधी और यह जताया कि हमारे सैनिक कभी भी अपने परिवार से दूर नहीं होते. यह स्नेह और सम्मान राष्ट्र निर्माण में हमारे योगदान को और मजबूत करता है."
यह दृश्य इस बात की गवाही देता है कि राखी सिर्फ एक धागा नहीं, बल्कि वह भावनात्मक जुड़ाव है जो न केवल भाइयों की कलाई पर बंधता है, बल्कि उन सैनिकों की कलाइयों को भी सजेता है जो देश के लिए अपने प्राणों की बाज़ी लगाने को हमेशा तत्पर रहते हैं.
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