PM Modi Bengal Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पश्चिम बंगाल दौरे में अलीपुरद्वार से ममता बनर्जी सरकार पर तीखा हमला बोला.एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने टीएमसी पर भ्रष्टाचार, गुंडागर्दी और विकास कार्यों में बाधा डालने के गंभीर आरोप लगाए.
भ्रष्टाचार की सारी हदें पार
पीएम मोदी ने शिक्षक भर्ती घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि टीएमसी सरकार ने न सिर्फ गलत तरीके से नौकरियां दीं, बल्कि उन शिक्षकों के परिवारों को भी तबाही के रास्ते पर ला खड़ा किया.उन्होंने आरोप लगाया कि आज बंगाल के युवाओं को रोजगार नहीं, रिश्वत और सिफारिश की राजनीति मिल रही है.
जनता को अब टीएमसी नहीं, कोर्ट पर भरोसा है
अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा, “बंगाल में कानून व्यवस्था की हालत इतनी खराब है कि न्याय के लिए लोग अब सरकार की ओर नहीं, बल्कि अदालतों की ओर देख रहे हैं.” उन्होंने दावा किया कि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं को खुलेआम हिंसा, आगजनी और अत्याचार की छूट मिली हुई है.
विकास के प्रोजेक्ट रोके, गरीबों की योजनाएं दबाई गईं
पीएम मोदी ने केंद्र सरकार की योजनाओं को लेकर भी पश्चिम बंगाल सरकार पर सवाल उठाए.उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं को बंगाल में सही तरीके से लागू नहीं किया गया है.पीएम सड़क योजना और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जानबूझकर 90,000 करोड़ रुपये के विकास कार्यों को ठप कर रखा है, जिसमें मेट्रो और हाईवे जैसे अहम प्रोजेक्ट भी शामिल हैं.
माताओं की सुरक्षा से लेकर युवाओं के भविष्य तक संकट में है बंगाल
पीएम मोदी ने बंगाल में व्याप्त तीन बड़े संकटों की ओर ध्यान दिलाया – सामाजिक हिंसा, महिलाओं की असुरक्षा और युवाओं में फैलती निराशा.उन्होंने कहा कि टीएमसी सरकार इन समस्याओं से मुंह मोड़ रही है और दोषियों को बचाने में लगी हुई है. प्रधानमंत्री का यह दौरा सिर्फ एक चुनावी रैली नहीं, बल्कि एक संदेश था – कि बंगाल की जनता अब बदलाव चाह रहा है.
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