Param Sundari Movie Review: प्यार की मिठास, कॉमेडी का तड़का और दिल को छू लेने वाली कहानी है यह रोमांटिक कॉमेडी

    Param Sundari Movie Review:  प्यार वो चीज़ है जो किसी की प्लानिंग से नहीं होती, बल्कि जब होना होता है, बस हो जाता है. इसी एहसास को एक नए ढंग से पेश कर रहे हैं डायरेक्टर तुषार जलोटा अपनी फिल्म परम सुंदरी में.

    Param Sundari Movie Review mixture of love and comedy
    Image Source: Social Media

    डायरेक्टर - तुषार जलोटा

    कास्ट - सिद्धार्थ मल्होत्रा, जान्हवी कपूर, रेंजी पाणिकर, सिद्धार्थ शंकर, मनजोत सिंह, संजय कपूर, इनायत वर्मा

    रनटाइम: 136 मिनट

    रेटिंग - 4/5

    Param Sundari Movie Review:  प्यार वो चीज़ है जो किसी की प्लानिंग से नहीं होती, बल्कि जब होना होता है, बस हो जाता है. इसी एहसास को एक नए ढंग से पेश कर रहे हैं डायरेक्टर तुषार जलोटा अपनी फिल्म परम सुंदरी में. इस फिल्म में रोमांस के साथ दिल को छू लेने वाले कई पल हैं, जहाँ कपल्स की केमिस्ट्री आपको मुस्कुराने पर मजबूर कर देती है. कहानी में ट्विस्ट और टर्न ऐसे हैं, जो आपको आख़िर तक जोड़े रखते हैं. रोमांस के साथ फिल्म का ह्यूमर भी कमाल का है, जो हर सीन को और मजेदार बना देता है. ये हल्के-फुल्के पल पूरे एंटरटेनमेंट पैकेज को बैलेंस करते हैं. तो चलिए जानते हैं, आखिर इस फिल्म में छिपी है कैसी लव स्टोरी और दर्शकों को कितना एंटरटेन कर पाएगी ये परम सुंदरी.


    दिल्ली का हैंडसम बिज़नेसमैन परम (सिद्धार्थ मल्होत्रा) हमेशा नए-नए स्टार्टअप्स में इन्वेस्टमेंट करता है, लेकिन नतीजे ज़्यादातर फेलियर ही निकलते हैं. पापा (संजय कपूर) बार-बार समझाते हैं, मगर जब बात हद से गुजर जाती है, तो वो परम को अल्टीमेटम दे देते हैं पहले खुद अपना आइडिया आज़मा कर दिखाओ, तभी फंड मिलेगा. मजबूरी में परम अपने नए “सोलमेट कनेक्टिंग ऐप” को ट्राई करने निकल पड़ता है. ऐप का कंपास परम को दिल्ली की भीड़ भरी जिंदगी से उठाकर केरल के हरे-भरे गांव में ले आता है. यहीं उसकी मुलाक़ात सुंदरी (जान्हवी कपूर) से होती है. सुंदरी का सादगी भरा अंदाज और उसका खुलकर जीने का तरीका परम की सोच से बिल्कुल अलग है, लेकिन वही चीज परम को सुंदरी की तरफ आकर्षित करती है. 

    हंसी, नोकझोंक और अनजाने एहसास साथ-साथ चलते हैं

    परम और सुंदरी की मुलाक़ात धीरे-धीरे एक प्यारी जर्नी में बदल जाती है, जहां हंसी, नोकझोंक और अनजाने एहसास साथ-साथ चलते हैं. हर मोड़ पर लगता है जैसे ये रिश्ता किसी ऐप का नहीं, बल्कि दिलों का बनाया हुआ है. अब देखना ये है कि क्या टेक्नोलॉजी उनके प्यार को सील करेगी, या किस्मत कुछ और लिखेगी. सिद्धार्थ मल्होत्रा ने परम के रूप में एक हल्का-फुल्का और स्टाइलिश अंदाज दिखाया है. किरदार में उनका आत्मविश्वास, चार्म और कॉमिक टाइमिंग दर्शकों को तुरंत अपने साथ जोड़ लेता है. वहीं, जान्हवी कपूर ने सुंदरी के किरदार को बहुत ईमानदारी से जिया है. उनकी परफॉर्मेंस इतनी रियल है कि देखने वाले को असलियत का अहसास होता है. चेहरे पर सादगी और आंखों में मासूमियत उनकी भूमिका को खास बनाती है.

    फिल्म की असली रौनक उसकी सपोर्टिंग कास्ट है

    फिल्म की असली रौनक उसकी सपोर्टिंग कास्ट है. संजय कपूर जब भी पर्दे पर नजर आते हैं, तो माहौल खुशनुमा और मज़ेदार हो जाता है. मनजोत सिंह अपने ह्यूमर से दर्शकों को लगातार हंसाते हैं, जबकि छोटी इनायत वर्मा अपनी चंचल अंदाज से कहानी में ताजगी भर देती हैं. जबकि, रेंजी पैनिकर और सिद्धार्थ शंकर ने भी अपने किरदारों को बिना किसी बनावट के सहजता से निभाया है. फिल्म की सिनेमेटोग्राफी कमाल की है. इसमें दिल्ली की तेज जिंदगी से लेकर केरल की सुकून भरी गलियों को खूबसूरत से कैप्चर किया है. वहीं, फिल्म का म्यूजिक इसके साथ साथ तालमेल बिठाते नजर आता है.  इस तरह से विजुअल्स से लेकर म्यूज़िक फिल्म की एक मजबूत कड़ी है.

    परम सुंदरी महज़ एक लव-कॉमेडी नहीं

    दिनेश विजन की मैडॉक फिल्म्स की परम सुंदरी महज़ एक लव-कॉमेडी नहीं है, बल्कि रिश्तों की गहराई को हल्के-फुल्के अंदाज में पेश करने वाली कहानी है. यह दिखाती है कि असली जुड़ाव किसी ऐप के एल्गोरिदम से नहीं, बल्कि उस एहसास से बनता है जिसे कोई ऐप कभी नहीं पकड़ सकता. यह पूरी तरह से एक फ्रेश कहानी है, जिसमें सिद्धार्थ मल्होत्रा और जाह्नवी कपूर की केमिस्ट्री दिल जीत लेती है.  कुल मिलाकर परम सुंदरी एक ऐसा फिल्म है जिसमें प्यार की मिठास, कॉमेडी का तड़का और दिल को छू लेने वाली सादगी इस वीकेंड देखने मिलने वाली है.

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