पाकिस्तानियों को वापस भेजने का 'टाइम ओवर', अब भी छिपे हैं कई लोग; 24 घंटे में नहीं गए तो क्या होगा?

    पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ अब तक का सबसे कड़ा कदम उठाया है. देश ने पाकिस्तान के साथ सभी राजनयिक संबंधों को खत्म करने का ऐलान कर दिया है.

    Pakistanis hiding what will happen if they do not go back within 24 hours
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: ANI

    पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ अब तक का सबसे कड़ा कदम उठाया है. देश ने पाकिस्तान के साथ सभी राजनयिक संबंधों को खत्म करने का ऐलान कर दिया है. इसके साथ ही भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का निर्देश जारी किया गया है.

    इस सख्त फैसले के बाद वाघा-अटारी बॉर्डर पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी है. डर, अनिश्चितता और जल्दबाज़ी के माहौल में हजारों पाकिस्तानी नागरिक अपने देश लौटने की जद्दोजहद में लगे हैं. लेकिन, बड़ी चुनौती ये है कि सरकार की ओर से तय की गई पहली डेडलाइन 27 अप्रैल को समाप्त हो चुकी है, और दूसरी डेडलाइन 29 अप्रैल को भी अब बस कुछ घंटों की मेहमान है.

    देशभर में फैले हजारों पाकिस्तानी नागरिक, लौटे सिर्फ कुछ सौ

    आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भारत में अभी भी हजारों पाकिस्तानी नागरिक मौजूद हैं. अकेले दिल्ली में लगभग 5,000 पाकिस्तानी बताए जा रहे हैं. मुंबई में लगभग 2,000 और उत्तर प्रदेश में करीब 1,800 पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान हुई है. इसके अलावा उत्तराखंड और अन्य राज्यों में भी सैकड़ों की संख्या में पाकिस्तानियों के मौजूद होने की सूचना है.

    हालांकि, डेडलाइन तक महज 537 पाकिस्तानी ही अपने देश लौट पाए हैं. वहीं, पाकिस्तान में रह रहे 1,387 भारतीय नागरिक अब तक भारत वापस लौट चुके हैं, जिनमें राजनयिकों से लेकर अन्य अधिकारी भी शामिल हैं.

    रोजाना लौट रहे लोग, लेकिन संख्या नाकाफी

    24 अप्रैल से लेकर 26 अप्रैल तक वाघा बॉर्डर पर दोनों देशों के नागरिकों की वापसी जारी रही.

    • 24 अप्रैल: 28 पाकिस्तानी लौटे, 105 भारतीय आए
    • 25 अप्रैल: 191 पाकिस्तानी लौटे, 287 भारतीय आए
    • 26 अप्रैल: 75 पाकिस्तानी लौटे, 335 भारतीय आए

    फिर भी, यह संख्या पूरे देश में फैले पाकिस्तानियों की कुल संख्या के मुकाबले बहुत कम है.

    दिल्ली पुलिस को सौंपी गई स्पेशल लिस्ट, सख्ती शुरू

    इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) ने दिल्ली पुलिस को उन 5,000 पाकिस्तानी नागरिकों की सूची सौंपी है जो राजधानी में रह रहे हैं. राज्य सरकारों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में पाकिस्तानियों की पहचान कर उन्हें तत्काल भारत से बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू करें. दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र और उत्तराखंड जैसे राज्यों में यह प्रक्रिया तेज़ी से चल रही है.

    डेडलाइन के बाद रहना होगा अपराध

    सरकार ने साफ कर दिया है कि तय तारीख के बाद भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को अवैध प्रवासी माना जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. मेडिकल वीजा पर आए नागरिकों के लिए अंतिम तारीख 29 अप्रैल तय की गई है, जबकि सार्क वीजा धारकों को 26 अप्रैल तक भारत छोड़ना अनिवार्य था.

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