पटना: बिहार में तीन पाकिस्तानी आतंकियों के दाखिल होने की खबरों ने हड़कंप मचा दिया था. लेकिन अब इस मामले पर बिहार पुलिस ने स्थिति स्पष्ट कर दी है. ADG लॉ एंड ऑर्डर पंकज दराद ने बयान जारी कर कहा है कि अब तक की जांच में राज्य की सीमा में किसी संदिग्ध की घुसपैठ के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं.
पासपोर्ट से मिली जानकारी
जांच के दौरान तीनों संदिग्धों के पासपोर्ट की जानकारी सामने आई है. इससे पता चला कि वे दुबई से नेपाल के काठमांडू आए और फिर वहां से मलेशिया रवाना हो गए. ADG दराद ने बताया कि फिलहाल यह पुष्टि नहीं हो पाई है कि इनका संबंध जैश-ए-मोहम्मद जैसे किसी आतंकी संगठन से है या नहीं.
अफवाहों के बीच पुलिस ने किया था हाई अलर्ट
जैसे ही खबर सामने आई कि तीन पाकिस्तानी संदिग्ध आतंकवादी नेपाल के रास्ते बिहार में प्रवेश कर सकते हैं, बिहार पुलिस तुरंत अलर्ट मोड में आ गई. सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क किया गया और इन संदिग्धों की जानकारी देने वालों को ₹50,000 का इनाम देने की घोषणा की गई थी. पुलिस मुख्यालय ने सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी थी और निगरानी तेज कर दी गई थी.
किन जिलों में रहा अलर्ट?
खास तौर पर सीतामढ़ी, मधुबनी, पश्चिम चंपारण, अररिया, किशनगंज और सुपौल जैसे नेपाल सीमा से सटे जिलों में विशेष निगरानी की गई. सुरक्षा बलों को संभावित प्रवेश मार्गों पर तैनात किया गया था ताकि किसी भी संदिग्ध हरकत को रोका जा सके.
सामने आए नाम और चेहरे
बिहार पुलिस ने तीनों संदिग्धों की तस्वीरें और नाम भी जारी किए थे. इनकी पहचान रावलपिंडी निवासी हसनैन अली, उमरकोट निवासी आदिल हुसैन और बहावलपुर निवासी मोहम्मद उस्मान के रूप में की गई. इनके खिलाफ जारी पोस्टरों के जरिए लोगों से सतर्क रहने और किसी भी सूचना को तुरंत साझा करने की अपील की गई थी.
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