इस्लामाबाद/नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव के बीच एक चौंकाने वाला लेकिन विचारणीय दृश्य पाकिस्तान की संसद में देखने को मिला. जहां आमतौर पर कड़े स्वर सुनाई देते हैं, वहीं इस बार पाकिस्तान के एक सांसद ने भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों की खुलकर तारीफ की.
पाकिस्तानी सांसद गोहर अली खान ने स्वास्थ्य और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भारत की दूरदर्शिता की प्रशंसा की और अपनी सरकार से आग्रह किया कि वह भी इन क्षेत्रों में निवेश को प्राथमिकता दे, जैसा कि भारत कर रहा है.
'भारत बना रहा है भविष्य की तैयारी'
गोहर अली खान ने अपने संसद भाषण में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने देश में 10,000 नई मेडिकल सीटें जोड़ने की योजना बनाई है — यह कदम भारत की स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है.
"Modi announced that India will add 10,000 medical seats. Here in Pakistan, the govt is cutting the health budget. In India, 500 crores has been set aside for AI research. Pakistan's budget has no mention of AI," says PAK politician Gohar Ali Khan pic.twitter.com/vGdIfPBUn0
— Shashank Mattoo (@MattooShashank) June 24, 2025
उन्होंने इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया का हवाला दिया और कहा कि वैश्विक दृष्टिकोण यही दर्शाता है कि स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश करना किसी भी देश के लिए दीर्घकालिक लाभ का मार्ग खोलता है.
AI को लेकर भारत की नीति की भी सराहना
खान ने भारत के केंद्रीय बजट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के अनुसंधान के लिए 500 करोड़ रुपये के आवंटन को "भविष्यदृष्टि वाला निर्णय" बताया. उन्होंने कहा कि भारत जिस तरह से तकनीकी क्रांति की ओर अग्रसर है, वह पाकिस्तान के लिए एक सीख हो सकती है.
"अगर हम AI और हेल्थ के क्षेत्र में सोते रहे, तो भारत बहुत आगे निकल जाएगा," उन्होंने कहा.
'पड़ोसी से कुछ सीखिए'- पाकिस्तानी नेताओं को सलाह
गोहर अली खान का यह बयान केवल तारीफ भर नहीं था, बल्कि उन्होंने अपनी ही सरकार पर भी सवाल खड़े किए. उनका कहना था कि पाकिस्तान का स्वास्थ्य बजट लगातार घट रहा है, और AI जैसे उभरते तकनीकी क्षेत्रों में कोई स्पष्ट योजना नहीं है.
उन्होंने कहा, "हमें अपने पड़ोसी देशों से प्रेरणा लेनी चाहिए, केवल विरोध या आलोचना से कुछ हासिल नहीं होगा. अगर भारत अपने नागरिकों की भलाई के लिए रणनीतिक निर्णय ले रहा है, तो हमें भी ऐसा करने से कोई रोक नहीं रहा."
तनाव के बीच आई सकारात्मक आवाज
यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब दोनों देशों के संबंध हाल के पहलगाम हमले और भारत द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद बेहद संवेदनशील दौर से गुजर रहे हैं. ऐसे में पाकिस्तान की संसद में भारत की नीतियों की तारीफ होना एक अप्रत्याशित लेकिन सकारात्मक संकेत माना जा सकता है.
विशेषज्ञों का मानना है कि यह वक्त केवल आरोप-प्रत्यारोप का नहीं, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता और प्रगति के लिए व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाने का है. और गोहर अली खान की यह टिप्पणी शायद उसी सोच की झलक देती है.
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