बालाकोट स्ट्राइक के बाद बड़ी तैयारी में था पाकिस्तान, 12 भारतीय ठिकानों पर बनाया था हमले का प्लान

    बालाकोट स्ट्राइक के बाद बड़ी तैयारी में था पाकिस्तान, 12 भारतीय ठिकानों पर बनाया था हमले का प्लान

    भारत24, नेशनल डेस्क: पाकिस्तानी मीडिया द न्यूज का दावा है कि 2019 में बालाकोट हमले के बाद पाकिस्तान ने भी भारत के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की तैयारी कर ली थी. बताया गया है कि पाकिस्तान को भारत की ओर से पाकिस्तानी ठिकानों पर मिसाइल तैनाती की खुफिया रिपोर्ट मिली थी. इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए कम से कम 12 भारतीय चौकियों को निशाना बनाकर मिसाइलें तैनात कर दीं. पाकिस्तानी विदेश कार्यालय के एक विश्वसनीय सूत्र का हवाला देते हुए, द न्यूज ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने मामले में त्वरित कार्रवाई की थी, हालांकि, सूत्र ने अपना नाम नहीं बताया.

    द न्यूज के अनुसार यह जानकारी पाकिस्तानी विदेश कार्यालय के एक सूत्र ने पूर्व भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया की हाल ही में प्रकाशित पुस्तक "एंगर मैनेजमेंट: द ट्रबल्ड डिप्लोमैटिक रिलेशनशिप बिटवीन इंडिया एंड पाकिस्तान" में पुलवामा हमले के बारे में रिपोर्टों के जवाब में दी थी. किताब में दिए गए तथ्यों पर प्रतिक्रिया देते हुए सूत्र ने दावा किया, 'पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के टेलीफोन कॉल का उद्देश्य भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को भारत के कार्यों के परिणामों के बारे में चेतावनी देना था.'

    पाकिस्तान के खिलाफ मिसाइल हमले की पूरी तैयारी

    दरअसल, 14 फरवरी 2019 को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाया था. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद 26 फरवरी को भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए. इसके जवाब में पाकिस्तान ने 27 फरवरी को अपने लड़ाकू विमानों के साथ कश्मीर में घुसपैठ की कोशिश की, लेकिन भारत की त्वरित प्रतिक्रिया देखकर वे भाग गए. इस दौरान विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान का मिग-21 विमान डॉगफाइट के दौरान पाकिस्तान में क्रैश हो गया था. भारत ने अभिनंदन की तुरंत रिहाई की धमकी देते हुए पाकिस्तान के खिलाफ मिसाइल हमले की पूरी तैयारी कर ली थी.

    पाकिस्तान ने बड़े-बड़े दावे कर इतराया

    अजय बिसारिया की किताब में किए गए खुलासों पर सफाई देते हुए पाकिस्तानी विदेश कार्यालय के एक सूत्र ने दावा किया, "पूर्व भारतीय उच्चायुक्त ने निश्चित रूप से घटनाओं का बढ़ा-चढ़ाकर विवरण दिया है. किताब के विमोचन का समय भी संदिग्ध है. जाहिर है, वह पेश करना चाहते हैं." पीएम मोदी एक मजबूत नेता हैं जो साहसिक फैसले लेने की क्षमता रखते हैं.” विदेश कार्यालय के सूत्र ने दावा किया, "पाकिस्तान का निर्णय सही कदम था और देश के सभी हितधारकों द्वारा इसका समन्वय किया जा रहा था." सूत्र ने दावा किया, "हमने प्रमुख देशों को इस घटनाक्रम के बारे में सूचित किया था और उन्हें इसके परिणामों से अवगत कराया था."

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