भारत के खौफ से ही हिल गई पाकिस्तान की धरती? आया इतना जोरदार भूकंप, घर छोड़-छोड़कर भागे लोग

    पाकिस्तान इन दिनों एक के बाद एक मुश्किलों से जूझ रहा है. आतंक और अस्थिरता के बीच अब प्रकृति ने भी अपने तेवर दिखा दिए हैं.

    Pakistan India earthquake war
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    पाकिस्तान इन दिनों एक के बाद एक मुश्किलों से जूझ रहा है. आतंक और अस्थिरता के बीच अब प्रकृति ने भी अपने तेवर दिखा दिए हैं. मंगलवार रात भारतीय समयानुसार 21:58 बजे के करीब पाकिस्तान की ज़मीन फिर कांप उठी. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.4 मापी गई, जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई.

    भूकंपों की श्रृंखला से सहमा पाकिस्तान

    ताज़ा भूकंप की यह घटना उस भूकंप के महज़ दो दिन बाद हुई, जिसने रविवार को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और स्वात इलाकों को हिला दिया था. उस समय भी तीव्रता 4.4 दर्ज की गई थी. इन झटकों के बाद लोग घरों से बाहर निकलकर खुले स्थानों पर पहुंच गए. भले ही किसी तरह की जान-माल की हानि की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन डर का माहौल साफ़ महसूस किया जा सकता है.

    भूगर्भीय जानकार मुहम्मद रेहान के अनुसार, पाकिस्तान अरेबियन, यूरो-एशियन और इंडियन टेक्टोनिक प्लेटों के संगम पर स्थित है. इसी वजह से यह देश भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील माना जाता है. पाकिस्तान में पांच प्रमुख भूकंपीय क्षेत्र हैं, जहां अक्सर जमीन हिलने की घटनाएं दर्ज होती हैं.

    जब कांप उठा था पूरा पाकिस्तान

    अगर भूकंपों के इतिहास की बात करें, तो 8 अक्टूबर 2005 का दिन पाकिस्तान के लिए सबसे भयावह साबित हुआ था. उस दिन 7.6 तीव्रता का एक विनाशकारी भूकंप आया था, जिसका केंद्र पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के मुजफ्फराबाद के पास था. इस आपदा में 80,000 से अधिक लोगों की जान चली गई थी और लाखों लोग बेघर हो गए थे. इस भूकंप का असर भारत और अफगानिस्तान तक महसूस किया गया था. 1935 में क्वेटा में आए शक्तिशाली भूकंप को भी पाकिस्तान के इतिहास में अहम माना जाता है, लेकिन 2005 की तबाही ने जो दर्द दिया, वह अब तक भुलाया नहीं जा सका है.

    ये भी पढ़ेंः भारत ने पाकिस्तान पर किया अटैक? राफेल की गड़गड़हाट से ही कांप उठी शहबाज की सेना; एयरफोर्स में अफरातफरी